गुरुकुल संचालक बाबा कृष्णानंद करता था छात्राओं का यौनशोषण, पुलिस को मिले पुख्ता सुबूत
गुरुकुल संचालक बाबा कृष्णानंद पर छात्राओं के यौनशोषण के आरोप लगे हैं। यह आरोप छात्राओं ने ही लगाए हैं। पुलिस ने बाबा को गिरफ्तार कर लिया है।
जेएनएन, हांसी (हिसार)। क्षेत्र के एक गुरुकुल के संचालक बाबा कृष्णानंद लंबे समय से छात्राओं को यौनशोषण कर रहा था। छात्राओं ने आरोप लगाया था कि प्राचार्या सुनीता शर्मा उन्हें बाबा के कमरे में जाने के लिए दबाव डालती थी। आरोपों के बाद कृष्णानंद को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि प्राचार्या फरार है। कृष्णानंद को कोर्ट में पेश किया गया। मगर पुलिस ने आरोपित को रिमांड पर लेने से मना कर दिया। पुलिस का कहना था कि पोस्को एक्ट के तहत आरोपित के खिलाफ उनके पास पुख्ता सुबूत हैं। इसके बाद कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया।
पेशी के दौरान कृष्णानंद जज के सामने हाथ जोड़कर खड़ा रहा। इस दौरान उसने केवल एक ही बात कही कि मेरा कोई वकील नहीं है। गुरुकुल की कमेटी के सदस्य ही उसके पक्ष में आएंगे। उधर, कोर्ट में संचालक के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाली 10 छात्राओं में से छह ने बयान दर्ज करवाए।
पुलिस ने गुरुकुल में स्टाफ व अन्य छात्राओं से पूछताछ भी की। पुलिस को गुरुकुल में केवल दो सीसीटीवी कैमरे ही मिले। आरोपित कृष्णानंद के कमरे के आगे कोई कैमरा नहीं लगा हुआ था। पुलिस गुरुकुल में कृष्णानंद को भी साथ लेकर गई, जहां उसके कमरे की तलाशी ली गई। पुलिस ने इस दौरान कई महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए।
बाबा कृष्णानंद के खिलाफ गांव में हुई पंचायत
इस प्रकरण को लेकर गांव में कई गांवों की पंचायत हुई। इस दौरान ग्रामीणों ने गुरुकुल की प्राचार्या सुनीता शर्मा को जल्द गिरफ्तार करने और गिरफ्तार न करने पर सड़कों पर प्रदर्शन करने का एलान किया। साथ ही पंचायत में फैसला किया गया कि संचालक कृष्णानंद का सामाजिक बहिष्कार किया जाए।
यही नहीं जो ग्रामीण आरोपित के समर्थन में सामने आ रहे हैं उनका हुक्का पानी बंद कर दिया जाए। इस दौरान ग्रामीणों ने गुरुकुल का संचालन सरकार द्वारा या ग्राम पंचायत के हाथों में देने की मांग भी की और इस बारे में जल्द डीसी से मुलाकात करने का निर्णय लिया।