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आजाद हिंद फौज के सिपाही 99 वर्षीय ललती राम ने 94 वर्षीय पत्नी संग वोड डाल बोली ये बात

पूर्व महामहिम डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से दो दफा प्रणब मुखर्जी और वर्तमान महामहिम रामनाथ कोविन्द से भी ललती राम एक-एक दफा सम्मानित हो चुके हैं। पीएम मोदी के साथ मंच साझा कर चुके हैं।

By manoj kumarEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 04:32 PM (IST)Updated: Mon, 13 May 2019 04:32 PM (IST)
आजाद हिंद फौज के सिपाही 99 वर्षीय ललती राम ने 94 वर्षीय पत्नी संग वोड डाल बोली ये बात
आजाद हिंद फौज के सिपाही 99 वर्षीय ललती राम ने 94 वर्षीय पत्नी संग वोड डाल बोली ये बात

झज्जर, जेएनएन। उम्र के 99 वें पड़ाव पर पहुंच चुके आइएनए यानि आजाद हिंद फौज के सिपाही ललती राम ने झज्‍जर बेरी विस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अपने पैतृक गांव दुबलधन बिधयान में 94 वर्षीय पत्नी चांदकौर के साथ मताधिकार का प्रयोग किया।

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वे हरियाणा में छठे चरण के मतदान में पौत्र विपक कुमार के साथ मतदान के लिए पहुंचे। ललती राम स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के अध्यक्ष भी है। उल्लेखनीय है कि आजाद हिंद फौज की स्थापना की 75 वीं वर्षगांठ पर पिछले वर्ष 21 अक्टूबर को लाल किले के अंदर हुए कार्यक्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा के साथ मंच भी सांझा किया था। वहीं 26 जनवरी 2019 को दिल्‍ली परेड में भी आजाद हिंद फौज के सैनिकों को शामिल किया गया था जिसमें ललती राम भी शामिल रहे।

दुबलधन गांव निवासी आजाद हिंद फौज के वीर सिपाही रहे ललती राम को आइएनए में रहते हुए बहादुरी के लिए 3 मेडल मिले हैं। वे अम्बाला, सिंगापुर, हांगकांग, थाईलैंड, जापान, कोलकाता (जगरकचा) जेल में भी रहे हैं। ललती राम के परिवार से पांचों बेटे पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए देश सेवा की भावना से ओत-प्रोत होकर सेना में भर्ती हुए। बाद की पीढ़ी की बात हो तो 9 पौत्रों में से 5 पौत्र फौज में है तथा एक पौत्री पुलिस में हैं। जबकि एक पौत्र विपक कुमार सदैव उनकी सेवा में रहते हैं।

तीन राष्ट्रपति कर चुके सम्मानित, बोली ये बात

महामहिम डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से दो दफा, महामहिम प्रणब मुखर्जी और महामहिम रामनाथ कोविन्द से भी ललती राम एक-एक दफा सम्मानित हो चुके हैं। सम्मानित होने के इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उन्हें विशेष सम्मान मिल चुका है। आजादी पर्व 2018 के पावन मौके पर महामहिम रामनाथ कोविन्द द्वारा उन्हें पुन: सम्मानित किया जा चुका है। देश की आजादी के बाद पहली दफा हरियाणा स्वतंत्रता सेनानी समिति का चेयरमैन आजाद हिंद फौज के एक सैनिक को बनाया गया है।

पत्नी के साथ मतदान के लिए पहुंचे ललती राम ने स्पष्ट तौर पर कहा कि आज किसी भी मुद्दे पर बोलने का अधिकार उसी व्यक्ति को है, जो कि अपने मतदान का प्रयोग करता है। संविधान के तहत मिले अधिकार से हमें अपने जन प्रतिनिधि के चयन का अधिकार मिला है। ऐसे में युवा वर्ग की बढ़ती भागीदारी को भी देखकर अच्छा लगा। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि युवाओं को समाज के उत्थान से जुड़े विषयों पर गंभीरता से भविष्य में भी इसी तरह कार्य करना चाहिए।

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