ऑटोरिक्शा चालकों की मनमानी के आगे हवा हुए यूनियन के आदेश, नहीं ले रहे 10 रुपये किराया
भाईचारा ऑटो यूनियन रिक्शा हिसार ने सर्वसम्मति से फैसला लिया था कि शहर में कम दूरी वाले चुनिंदा स्थानों पर ऑटो रिक्शा का प्रति सवारी 20 की बजाय 10 रुपये किराया लिया जाएगा। यूनियन के फैसले को अधिकांश ऑटो रिक्शा संचालकों ने मानने से इनकार कर दिया।
हिसार, जेएनएन। भाईचारा ऑटो यूनियन रिक्शा हिसार ने सर्वसम्मति से फैसला लिया था कि शहर में कम दूरी वाले चुनिंदा स्थानों पर ऑटो रिक्शा का प्रति सवारी 20 की बजाय 10 रुपये किराया लिया जाएगा। यूनियन के फैसले को अधिकांश ऑटो रिक्शा संचालकों ने मानने से इनकार कर दिया। ऑटो किराए में न तो कोई कमी आई और न ही किराया घटने की उम्मीद है। ऑटो संचालक मनमर्जी का अभी भी बढ़ा किराया ही वसूल रहे है। जनता के साथ हो रही इस वसूली पर जिम्मेदार अफसर गंभीर नहीं नजर आ रहे है।
उधर अपने स्वार्थ में ऑटो संचालकों ने यूनियन को भी दरकिनार कर दिया। जिसके कारण सोमवार को शहर में विभिन्न स्थानों किराए को लेकर सवारियों में कहासुनी होती नजर आई। कई लोगों ने इसका विरोध किया लेकिन प्रशासन की चुप्पी के कारण अधिकांश जनता को ऑटो रिक्शा चालकों की मनमानी के सामने चुप्पी साधनी पड़ी।
ये था मामला
शहर में जल्द ही सीटी बसें शुरु होने की सूचना मिलते ही भाईचारा ऑटो यूनियन रिक्शा हिसार ने प्रधान मानसिंह दुग्गल के नेतृत्व में ऑटो रिक्शा संचालकों की बैठक बुलाई। रविवार को क्रांतिमान पार्क में हुई बैठक में करीब 50 ऑटो रिक्शा संचालक एकजुट हुए। सभी ने सहमति से फैसला लिया कि चिन्हित स्थानों तक ऑटो संचालक पूर्व की भांति 10 रुपये किराया ही लेंगे। सोमवार से नया रेट लागू होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुछ एक ऑटो संचालकों को छोड़कर बाकी सभी ने यूनियन के फैसले को नहीं मानते हुए जनता से मनमर्जी का किराया वसूला।
आईजी कार्यालय के सामने ही जनता ने किराए के नाम पर हुई अधिक वसूली
फव्वारा चौक पर आईजी कार्यालय है। जहां पुलिस के पुख्ता बंदोबस्त रहते है। उसी क्षेत्र में जनता से ऑटो संचालकों ने सर्वाधिक मनमर्जी से किराया वसूला है। इस बारे में हांसी से हिसार लघु सचिवालय में कार्य के लिए आए दीपक व प्रवीन ने कहा कि हम बस स्टैंड से पहले फव्वारा चौक आए। वहां 20-20 रुपये लिए। इसके बाद फव्वारा चौक से लघु सचिवालय आए उस ऑटो संचालक ने भी 20-20 रुपये वसूले। यह तो जनता से लूट है। फव्वारा चौक से लघु सचिवालय आए हरेंद्र ने कहा कि 20 रुपये लिए है। इसी दौरान एक ऑटो संचालक तारा चंद भी वहां सवारी लेकर आया जिसने सवारियों से 10-10 रुपये किराया लिया। यानि अधिकांश लोगों ने आईजी कार्यालय के पास के मार्गों पर ही जनता से मनमर्जी का 20 रुपये किराया वसूल रहे है जबकि ट्रैफिक पुलिस से लेकर जिला प्रशासन तक सब जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए है।
शहर में किराए को लेकर सवारियों से हुई बहस
अर्बन एस्टेट में एक बुजुर्ग महिला एक ऑटो संचालक से बहस पर उतर आई। ऑटो संचालक बोला मैं यूनियन का फैसला नहीं मानता। महिला बोली तो दिखा डीसी ने कहां कहा है कि 20 रुपये किराया है। इस पर कई देर बहस हुई आखिरकार महिला 20 रुपये देकर प्रशासन को कोसते हुए वहां से चली गई। यहीं हालात लघु सचिवालय के सामने थे।
प्रशासन की ओर से निर्धारित किराया रेट लिस्ट
सरकार की ओर से शहर में 4 सिटी बसें चलाई हुई है जिनका न्यूनतम किराया 5 रुपये और अधिकतम 10 रुपये है। ऑटो रिक्शा का नवंबर 2018 तक किराया 10 रुपये ही था। फिर 15 किया और अब कोविड की बात कहते हुए जनता से 20 रुपये प्रति सवारी वसूल रहे हैं।
किराया 10 रुपये किए जाने की बात मीडिया के माध्यम से ही पता चली थी। मंगलवार को इस बारे में पता किया जाएगा। यूनियन व ऑटो वालों से बातचीत करने के बाद ही इस मामले में आगामी कदम उठाया जाएगा।
- शमशेर ङ्क्षसह, ट्रैफिक इंचार्ज, हिसार