VIDEO: अमित पंघाल के गोल्डन पंच से छलके मां के आंसू, गांव में मना जमकर जश्न
रोहतक के मायना गांव निवासी भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल ने 18वें एशियन गेम्स में जैसे ही गोल्डन पंच लगाया पूरा गांव जश्न में डूब गया।
जेएनएन, रोहतक। रोहतक के मायना गांव निवासी भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल ने 18वें एशियन गेम्स में जैसे ही गोल्डन पंच लगाया पूरा गांव जश्न में डूब गया। अमित के माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। गांव वालों ने परिवार वालों के साथ मिलकर जमकर जश्न मनाया और जीत पर एक-दूसरे को बधाई दी। अमित आज ने भारत को एशियन गेम्स में 14वां गोल्ड मेडल दिलाया। 49 किलोग्राम भारवर्ग के मुक्केबाजी फाइनल प्रतियोगिता में अमित का सामना रियो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट उजबेकिस्तान के हसनबॉय दुश्मातोव के साथ हुआ।
अमित के घर पर कल तब से ही खुशियां मननी शुरू हो गई थी जब उसने सेमीफाइनल जीता था। परिवार वालों को उम्मीद थी कि वह फाइनल में भी जरूर जीतेगा। आज फाइनल जीतने के बाद परिवार वालों की खुशी दोगुनी हो गई। अमित के घर पर कल से ही बधाई देने वालों को तांता लगा हुआ था। अमित के गोल्ड मेडल जीतने के लिए महिलाएं मंगलगीत गा रही थीं। अमित के घर पर रातभर महिलाओं व ग्रामीणों ने आंगन में ही ज्योत जलाकर जीत के लिए प्रार्थना की।
अमित के घर पर जश्न मनाते ग्रामीण।
मां ने कहा बेटा तुमसे है देश को उम्मीद
सेमीफाइनल में जीत के बाद अमित की मां ऊषा ने कहा कि उनकी बेटे से बात हुई थी। मां ने कहा था बेटा अब बस फाइनल में भी ऐसा की खेल दिखाना। तुमसे गांव ही नहीं बल्कि देश की जनता को भी गोल्ड मेडल की उम्मीद हैं। अमित ने मां का वह सपना आज पूरा कर दिया तो मां की आंखे खुशी से डबडबा गई।
अमित के घर पर मिठाई बांटकर खुशी जताते लोग।
अमित पंघाल का जन्म हरियाणा के रोहतक जिले के मायना में 16 अक्टूबर 1995 को हुआ था। अमित के पिता किसान हैं जबकि उनके बड़े भाई अजय भारतीय आर्मी में है। उन्होंने ही अमित को बॉक्सर बनने के लिए प्रेरित किया और वर्ष 2009 में अमित ने बॉक्सिंग ग्लप्स थाम लिया। वर्ष 2017 में राष्ट्रीय चैंपियनशिप प्रतियोगिता में अपने डेब्यू में ही अमित ने गोल्ड मेडल जीता।
वर्ष 2017 में एशियन एमेच्योर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता और उन्होंने इसी वर्ष एआइबीए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई भी किया। इस प्रतियोगिता में वो क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे और यहां उन्हें ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हसनबॉय दुश्मातोव के हाथों उजबेकिस्तान में हार झेलनी पड़ी।
इस वर्ष यानी 2018 के फरवरी महीने में अमित ने सोफिया में आयोजित स्ट्रैंडझा कप में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं इसी वर्ष उन्होंने लाइट फ्लाइवेट कैटेगरी में कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।