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लॉकडाउन के दाैरान मिली गुमनाम मौत, अंतिम संस्कार को नसीब न हो सकी जन्मभूमि

ह‍रियाणा में लॉक डाउन के दौरान बहादुरगढ़ बेहद दुखद मामला सामने आया। यहां लॉक डाउन के दौरान एक कमरे में बंद युवक की मौत हो गई। कमरे से बदबू आने पर इस बारे में पता चला।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 10:09 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 10:09 PM (IST)
लॉकडाउन के दाैरान मिली गुमनाम मौत, अंतिम संस्कार को नसीब न हो सकी जन्मभूमि
लॉकडाउन के दाैरान मिली गुमनाम मौत, अंतिम संस्कार को नसीब न हो सकी जन्मभूमि

हिसार/बहादुरगढ़, जेएनएन। कोरोना के खिलाफ जंग में हरियाणा में लॉक डाउन है। इसके माध्‍यम से कोरोना को मात देने की कोशिश हो रही है। ले‍किन, लॉक डाउन के दौरान यहां दुखद घटना सामने आई। यहां किराये के मकान में रहे युवक की मौत हो गई। वह बीमार था और लॉक डाउन के दौरान कमरे में बंद रहा और कोई अन्‍य भी उसके पास नहीं आया। चार दिन बाद जब कमरे से तेज दुर्गंध आई तो लोगों की उसकी मौत का पता चला।

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चार दिन पहले किरायेदार की हुई मौत, शव से दुर्गंध उठी तो पड़ोसियों का पता लगा

उत्‍तर प्रदेश के मैनपुरी यह युवक बहादुरगढ़ के सेक्टर-9 में किराये के मकान में रह रहा था। वह यहां अकेला ही यहां रहता था। लॉकडाउन के कारण उसके पास कोई परिचित नहीं आ पाया। जब शव से दुर्गंध उठी तब पड़ोसियों को पता लगा। इसके बाद पुलिस पहुंची। छानबीन में मृतक की पहचान हुई तो शुक्रवार को परिजन पहुंचे।

इसके बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। मजबूरी में चार लोगों ने यहीं पर अंतिम संस्कार किया।  32 साल का विवेक तिवारी नामक यह युवक काफी दिनों से यहीं पर रह रहा था। उसका शहर के एक निजी अस्पताल से इलाज चल रहा था। चार-पांच दिन पहले उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था। अस्पताल स्टाफ ही उसे घर छोड़कर आया था। जिस तरह से शव सड़ी हालत में मिला है, उससे अनुमान यही है कि अस्पताल से आने के बाद ही उसी दिन उसकी मौत हो गई।

बहादुरगढ़ के सेक्टर-9 में अकेला किराये पर रहता था उप्र के मैनपुरी का विवेक तिवारी

लॉकडाउन के कारण कोई विवेक के पास कोई आ-जा नहीं रहा था। बृहस्पतिवार की शाम को पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी कि विवेक के कमरे से दुर्गंध आ रही है। इसके बाद पुलिस वहां पहुंची तो विवेक मृत मिला और शव सड़ रहा था। उसके कमरे से मिले दस्तावेजों के आधार पर पुलिस ने उसके परिजनों का पता किया और सूचना दी। पुलिस ने बताया कि परिवार ने विवेक से नाता तोड़ रखा था। उसके परिवार के सदस्य दिल्ली के नजफगढ़ में रहते हैं और विवेक यहां पर अकेला रह रहा था।

'' घटना को इत्तफाक मानकर रिपोर्ट दर्ज की गई। सूचना के बाद जो वारिस पहुंचे उन्हें शव सौंपा गया। लॉकडाउन के कारण अंतिम संस्कार यहीं पर किया गया।

- विनोद कुमार, चौकी प्रभारी, सेक्टर-9, बहादुरगढ़।


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