अनीता कुंडू ने यूरोप की एल्बुर्स चोटी को छह दिनों में किया दोनों ओर से फतह
संवाद सहयोगी, उकलाना: एवरेस्ट को दोनों ओर से फतह करने वाली देश की पहली महिला एवरेस्ट
संवाद सहयोगी, उकलाना: एवरेस्ट को दोनों ओर से फतह करने वाली देश की पहली महिला एवरेस्ट विजेता और गांव फरीदपुर की बेटी अनीता कुंडू ने अपने सेवन समिट फतह करने के सपनों को साकार करते हुए यूरोप महाद्वीप के रूस में स्थित सबसे ऊंची चोटी एल्बुर्स को वीरवार को फतह कर लिया और चोटी पर तिरंगा फहराकर रिकार्ड कायम कर दिया और अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवा लिया। अनीता कुंडू के मिशन में कामयाब होने पर क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल बना हुआ है। अब अनीता कुंडू अन्य महाद्वीपों की चोटियों को भी फतह करने के लिए दोबारा मिशन पर निकलेगी। --छह दिनों में 18 हजार 510 फीट ऊंची चोटी को किया दोनों ओर से फतह अनीता कुंडू ने यूरोप महाद्वीप के रूस में स्थित 18 हजार 510 फीट की सबसे ऊंची चोटी एल्बुर्स को फतह करने के लिए 11 अगस्त को चढ़ाई शुरू की दी। लगातार चढ़ाई करते हुए उन्होंने वीरवार सुबह 11 बजे चोटी को दक्षिण की ओर से फतह किया और उसके बाद बेस कैंप पर वापस आकर उतर दिशा की ओर से फतह करते हुए चोटी पर तिरंगा फहरा दिया। --सेवन समिट के तहत दो चोटियों को पहले कर चुकी है फतह अनीता कुंडू ने 18 मई 2013 में एवरेस्ट को नेपाल की ओर से तथा 21 मई 2017 को चीन की ओर फतह करके रिकार्ड कायम किया था और वे एवरेस्ट को दोनों ओर से फतह करने वाली देश की प्रथम महिला बन गई थी। उसके बाद उन्होंने 21 मार्च 2018 को इंडोनेशिया की लगभग पांच हजार मीटर ऊंची चोटी को फतह किया था। उसके बाद वे अमेरिका की देनाली 6 हजार 190 मीटर ऊंची चोटी को फतह करने के लिए जून में मिशन पर गई थी। आठ दिनों में किया था इंडोनेशिया को फतह
अनीता कुंडू ने इंडोनेशिया स्थित 4884 मीटर ऊंचाई वाली सुदिर्मन पर्वत श्रंखला की कारस्टेन्स पिरामिड शिखर पर चढ़ाई करने के लिए 13 मार्च को देश से रवानगी की थी। 14 मार्च को उन्होंने चढ़ाई शुरू की और जब वे चोटी के नजदीक पहुंचने वाली थी तो तेज बारिश और खराब मौसम के कारण 18 मार्च को वापस बेस कैंप आना पड़ा था। दोबारा फिर मिशन शुरू किया और आठ दिनों में 21 मई को चोटी पर जाकर तिरंगा फहराकर फतह किया।
--41 दिनों में एवरेस्ट को चाइना की ओर से किया था फतह अनीता कुंडू ने एवरेस्ट को नेपाल की ओर से पहली बार 2013 में फतह किया था। उन्होंने एवरेस्ट को दोनों ओर से फतह करके इतिहास रचने के सपने के साथ 2015 में चीन की ओर से अपना एवरेस्ट फतह मिशन शुरू किया था। भूकंप आने के कारण उन्हें 22 हजार फीट की ऊंचाई से वापस लौटना पड़ा था। लेकिन उन्होंने 2017 में दोबारा चढ़ाई शुरू की और लगातार 41 दिनों तक चढ़ाई करने के बाद 21 मई को एवरेस्ट को फतह किया था।