हवाई पट्टी के साथ टैक्सी वे और पार्किंग स्पेस के काम का भी होगा श्रीगणेश
जागरण संवाददाता हिसार हिसार इंडीग्रेटेड एविएशन हब का तेजी से विकास शुरू कर दिया गय
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : जिले में कपास की सरकारी खरीद शुरू हुए करीब दो सप्ताह का समय बीत चुका है। कपास की खरीद देरी से शुरू होने व रबी सीजन की फसलों की बीजाई का समय चल रहा है। लेकिन एक दिन में टोकन लेने वाले एक सौ किसानों से ही कपास की खरीद की जा रही है। इसी के चलते कपास बेचने के लिए टोकन लेने वाले किसानों में मारामारी है। अब तक किसानों को दिसंबर माह तक के एडवांस टोकन जारी किए जा चुके हैं जबकि टोकन लेने वाले किसानों की भीड़ अभी भी देखने को मिल रही है।
उल्लेखनीय है कि जिले में खरीफ सीजन की फसलों की खरीद निर्धारित समय एक अक्टूबर से शुरू हो गई थी। लेकिन उस समय एमएसपी पर कपास की खरीद शुरू नहीं हो पाई थी। जिसके लिए किसान संगठनों द्वारा मार्केट कमेटी कार्यालय के समक्ष करीब दस दिन तक धरना देने के बाद 12 अक्टूबर से कपास की सरकारी खरीद शुरू की गई थी। खरीद के शुरुआती दो दिनों के बाद काफी संख्या में किसान फसल बेचने के लिए पहुंच गए थे। किसानों की भीड़ के कारण हो रही अव्यवस्थाओं के चलते काटन कारपोरेशन आफ इंडिया के कपास परचेजर द्वारा मार्केट कमेटी सचिव को पत्र लिखकर निर्धारित संख्या में किसान बुलाए जाने की मांग की थी। उसके बाद से एक दिन में 100 किसानों से ही कपास की खरीद जा रही है। इन किसानों को कपास खरीद के लिए पहले से एडवांस टोकन देकर उन्हें कपास लेकर मंडी आने के लिए दिन निर्धारित किया जाता है। इसी के लिए प्रतिदिन सैकड़ों किसान कपास बेचने के लिए टोकन प्राप्त कर रहे हैं। पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर मिलता है टोकन
कपास बेचने के लिए किसानों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर टोकन दिए जा रहे है। जो पंजीकृत किसान अपनी फसल के पंजीकरण से संबंधित कागजात लेकर मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचता है उसे प्रतिदिन के एक सौ किसानों के हिसाब से टोकन नंबर व फसल बेचने के लिए तारीख लिखकर दे दी जाती है। उसी के आधार पर बाद में कपास की खरीद की जा रही है। इसी के तहत अब तक किसानों द्वारा चार दिसंबर तक के एडवांस टोकन प्राप्त किए जा चुके हैं जबकि टोकन देने का कार्य अभी जारी है। बढ़ाई जाएगी किसानों की संख्या : सचिव
दादरी मार्केट कमेटी के सचिव सुरेश कुमार खोखर ने कहा कि कपास बेचने के लिए काफी संख्या में किसानों द्वारा टोकन लिए जा चुके हैं। टोकन लेने वाले इन किसानों द्वारा फसल बेचने के लिए इंतजार किया जा रहा है वहीं कपास की फसल खरीद प्रक्रिया भी लंबी होती दिखाई दे रही है। इसी के चलते कपास खरीद के लिए मंडी बुलाए जाने वाले किसानों की संख्या को बढ़ाने को निर्णय लिया गया है। सचिव ने कहा कि आगामी मंगलवार से टोकन प्राप्त कर चुके 125 से 150 पंजीकृत किसानों की कपास खरीदी जाएगी।