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दुष्कर्म पीड़िता का आरोप, एसएचओ ने बिना दस्तावेजों के FIR में लिख दिया लिव इन रिलेशनशिप में रही है

दुष्कर्म पीड़िता ने आरोपित युवक पर उसके खाता से धोखाधड़ी से फर्जी साइन करके रुपये निकालने का आरोप लगाया है। साथ ही सदर थाना के तत्‍कालीन एसएचओ और जांचकर्ता पर भी आरोप लगाए है कि इन दोनों ने दुष्कर्म के मामले में केस दर्ज में खुद ही बयान लिख दिए

By Jagran NewsEdited By: Manoj KumarPublished: Sun, 02 Oct 2022 01:10 PM (IST)Updated: Sun, 02 Oct 2022 01:10 PM (IST)
दुष्कर्म पीड़िता का आरोप, एसएचओ ने बिना दस्तावेजों के FIR में लिख दिया लिव इन रिलेशनशिप में रही है
हिसार में दुष्‍कर्म केस में एक अलग ही तरह का मामला सामने आया है

जागरण संवाददाता, हिसार: शहर निवासी दुष्कर्म पीड़िता ने आरोपित युवक पर उसके खाता से धोखाधड़ी से फर्जी साइन करके रुपये निकालने का आरोप लगाया है। साथ ही सदर थाना के तत्‍कालीन एसएचओ और जांचकर्ता पर भी आरोप लगाए है कि इन दोनों ने दुष्कर्म के मामले में केस दर्ज करने के दौरान एफआईआर में यह लिखवा दिया है कि वह आरोपित के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रही है, जबकि ऐसा नहीं था। पीड़िता ने बताया कि उसने आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया हुआ है।

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वहीं अब आरोपित पर रुपयो की धोखाधड़ी करने का केस दर्ज करवाया है। पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि आरोपित अजय ने डाकखाना में उसके खाता से 11 सितंबर 2018 को 15,500 रुपये उसके फर्जी साईन करके निकलवा लिए। जिसकी जांच रिपोर्ट तीन जून 2022 को सदर थाना ने तैयार की थी। पुलिस रिपोर्ट में बताया गया कि वह और अजय दोनों लव इन रिलेशन शिप में रहे है। जबकि ऐसा नहीं था, पुलिस ने यह बात बिना किसी दस्तावेजों के लिख दी।

महिला का आरोप है कि सदर थाना के तत्तकालीन एसएचओ और जांचकर्ता ने बिना किसी दस्तावेजों के ये कैसे लिख दिया कि वह आरोपित अजय। के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहे है। पीड़िता ने एसएचओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता ने बताया कि आरोपित अजय ने उसका उसके पति से तलाक करवाया था और उसे शादी का झांसा दिया तो वह उसकी बातों में आ गई। शादी का झांसा देकर आरोपित ने उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए। उसने अजय पर विश्वास कर लिया था।

इस विश्वास का फायदा उठाकर अजय ने सोची समझी चाल के साथ उसे कहा कि उसका खाता खुलवा देते है, जिससे उसकी बेटी के लिए रुपये एकत्रित हो जाएंगे। आरोपित ने उसका आधार कार्ड, फोटो ले लिए और फार्म पर उसके हस्ताक्षर करवा लिए। फिर नया फार्म भरकर उसके हस्ताक्षर की जगह अपने हस्ताक्षर कर दिए। फोटो व आधार कार्ड का प्रयोग करके उसके नाम से खाता खुलवा दिया। जिसका उसे पता नही चला। उसके खाते से अपने हस्ताक्षर करके 15,500 रुपये निकलवा लिए। पुलिस मामले की जांच में जुटी हैं।


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