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    बरवाला में ओलावृष्टि के नुकसान का जायजा लेने आधा किमी पैदल चले कृषि मंत्री

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 17 Mar 2020 06:28 AM (IST)

    संवाद सहयोगी बरवाला प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जयप्रकाश्

    बरवाला में ओलावृष्टि के नुकसान का जायजा लेने आधा किमी पैदल चले कृषि मंत्री

    संवाद सहयोगी, बरवाला : प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जयप्रकाश दलाल ने बरवाला हलके के गांव ढाणी गारण सहित अन्य क्षेत्रों में ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है वहां सरकार द्वारा स्पेशल गिरदावरी करवाई जाएगी। कृषि मंत्री जेपी दलाल बरवाला में ढाणी गारण रोड पर खेतों में भी गए। वह ढाणी गारण रोड पर विधायक जोगीराम सिहाग के साथ लगभग आधा किलोमीटर तक पैदल भी चले। कृषि मंत्री दो बार गाड़ी से भी उतरे और उन्होंने रुककर खेतों में जाकर नुकसान का निरीक्षण किया।

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    उन्होंने किसानों से भी बातचीत की। इस दौरान विधायक जोगीराम सिहाग, किसान सभा प्रधान सुशील आनंद और इलाके के किसान भी साथ थे। उन्होंने सड़क के दोनों और खेतों में सरसों और गेहूं की फसल में हुए नुकसान का जायजा लिया। किसानों ने उन्हें बताया कि ओलावृष्टि के कारण सरसों के खेत खाली हो गए हैं। इसी प्रकार गेहूं के खेतों में भी बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। कृषि मंत्री दलाल यहां पर गांव के सरपंच प्रतिनिधि सूरत सिंह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी गए। इस दौरान ढाणी गारण के ग्रामीणों ने जन स्वास्थ्य विभाग बरवाला द्वारा बनाए गए सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले गंदे पानी का मुद्दा उठाया। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि यह गंदा पानी आसपास के खेतों में फैला हुआ है। इतना ही नहीं वातावरण भी दूषित हो रहा है ग्रामीण और पशु दोनों ही बीमार पड़ रहे हैं। किसान सभा के सदस्यों ने मंत्री को सौंपा ज्ञापन--

    इस दौरान विधायक जोगीराम सिहाग की मार्फत बरवाला क्षेत्र के किसानों ने कृषि मंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें 14 मार्च की शाम को हुई भारी ओलावृष्टि से नष्ट फसलों की नुकसान की जानकारी दी गई। किसान सभा के सदस्यों ने इस दौरान ज्ञापन में कहा कि भारी ओलावृष्टि से सरसों, गेहूं, चना, सब्जी और बागवानी में 70 फीसद तक नुकसान हुआ है। इस कारण किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। इसलिए सभी फसलों की विशेष गिरदावरी करवाकर चाहे जिनका बीमा है या जिन फसलों का बीमा नहीं है उनको भी चालीस हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान के संबंध में जानकारी ली और कहा कि प्रभावित किसान अपने फार्म भरकर संबंधित बीमा कंपनियों व कृषि अधिकारियों को दें ताकि उनकी समय से तसदीक करवाई जा सके। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान का समुचित मुआवजा दिलवाया जाएगा। अधिकारी या पटवारी कोताही बरतेगा तो उसके खिलाफ करेंगे सख्त कार्रवाई ---

    इस मौके पर उन्होंने लोगों की समस्याएं भी सुनीं और मौके पर अधिकारियों को उनके समाधान के संबंध में निर्देश दिए। कृषि मंत्री ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनते हुए कहा कि गिरदावरी के संबंध में अगर कोई अधिकारी या पटवारी कोताही बरतता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों व किसानों की सभी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा। इस अवसर पर विधायक जोगी राम सिहाग, कृषि उपनिदेशक डॉ. विनोद कुमार, एसडीएम राजेश कुमार, उपमंडल कृषि अधिकारी पवन कुमार, मार्केट कमेटी के चेयरमैन रणधीर धीरू, किसान सभा प्रधान सुशील आनंद, वाइस चेयरमैन रामफल गुराना, व्यापारी नेता मुनीष गोयल, प्रदीप कुमार ढाणी गारण, सरपंच प्रतिनिधि सूरत सिंह सहित काफी संख्या में किसान और ग्रामवासी उपस्थित रहे।