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बहादुगढ़ में कृषि मंत्री जेपी दलाल बोले, जल भराव की समस्या के स्थायी समाधान लिए सरकार ने की योजना तैयार

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि झज्जर व रोहतक की काफी कृषि भूमि पर जल भराव की समस्या बनी हुई है। सरकार ने इसके स्थायी समाधान के लिए योजना तैयार की है। इस पानी को विशेष तकनीक के माध्यम से जमीन में नीचे पहुंचाया जाएगा।

By Naveen DalalEdited By: Published: Mon, 10 Jan 2022 03:40 PM (IST)Updated: Mon, 10 Jan 2022 03:40 PM (IST)
बहादुगढ़ में कृषि मंत्री जेपी दलाल बोले, जल भराव की समस्या के स्थायी समाधान लिए सरकार ने की योजना तैयार
दो करोड़ की लागत वाली पेयजल पाइप लाइन के निर्माण कार्य का शुभारंभ।

बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। हमारी सरकार सभी की बेहतरी के लिए व्यवस्था परिवर्तन कर रही है। योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी, पूरे प्रदेश में समान विकास, शासन-प्रशासन की निष्पक्ष व पारदर्शी कार्यप्रणाली, सभी को सभी क्षेत्रों में बराबर के अवसर आदि बदलती व्यवस्था के प्रमाण है। लोकतांत्रिक प्रणाली में ईमानदार और काम करने वाले व्यक्ति को आगे बढ़ाओ, देश व समाज अपने आप आगे बढ़ जाएगा। प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरिंग व मत्स्य पालन, विधि एवं विधायिका मंत्री जयप्रकाश दलाल ने खंड के गांव डाबौदा खुर्द में जल जीवन मिशन के अंतर्गत संवर्धन जल आपूर्ति योजना के तहत डाली जाने वाली पेयजल पाइप लाइन के शुभारंभ उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह बात कही। कैबिनेट मंत्री ने अपने ऐच्छिक कोष से गांव के किसी भी सामूहिक विकास कार्य करने के लिए 11 लाख रुपये की ग्रांट देने की घोषणा भी की।

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पेयजल आपूर्ति के पानी के कनेक्शन दिए जाएंगे

कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि डाबौदा गांव में डाली जा रही लगभग पांच किलोमीटर लंबी पेयजल पाइप लाइन पर दो करोड़ एक लाख और 45 हजार रुपये की धनराशि खर्च होगी। जल जीवन मिशन के तहत इस पेयजल विकास कार्य का स्वरूप इस तरह तैयार किया गया है कि आगामी 15 वर्षों तक गांव में प्रति दिन प्रति व्यक्ति 70 लीटर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। जीडब्ल्यूएस नहर से कच्चा पानी गांव के पंपिंग स्टेशन तक पहुंचेगा। इसके लिए लगभग दो किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डाली जाएगी। गांव में 443 नए घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के पानी के कनेक्शन दिए जाएंगे।

कृषि भूमि में जलभराव की समस्या से मिलेगी छुटकारा, सरकार बना रही योजना

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि झज्जर व रोहतक की काफी कृषि भूमि पर जल भराव की समस्या बनी हुई है। सरकार ने इसके स्थायी समाधान के लिए योजना तैयार की है। इस पानी को विशेष तकनीक के माध्यम से जमीन में नीचे पहुंचाया जाएगा। इस पर 50 हजार रुपये प्रति एकड़ खर्च होंगे। सरकार प्रति एकड़ 45 हजार रुपये खर्च करेगी जबकि भू स्वामी को केवल पांच हजार रुपये प्रति एकड़ खर्च करने होंगे। आप आवेदन करें, हमारा विभाग तैयार है। कृषि मंत्री ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए कृषि क्षेत्र में फसल विविधिकरण एक बेहतर विकल्प है। बागवानी, मधुमक्खी पालन, पशु पालन, मत्स्य पालन आदि को बढ़ावा देने के लिए सरकार बड़े स्तर पर अनुदान व प्रोत्साहन दे रही है।

कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद

स्वरोजगार शुरू करने के इच्छुक युवाओं को विभागीय पोर्टल पर नजर रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल में भी हमारी सरकार ने बेहतर व्यवस्था बनाकर किसानों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी। आज मंडी भी चल रही हैं। सरकारी भाव भी बढ़ रहे हैं। फसल खराबे का मुआवजा भी बढ़ाकर 15 हजार रुपये प्रति एकड़ कर दिया है। खाद की कोई कमी नहीं है। सरकार किसान हित की सोच के साथ बेहतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना में सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि आप और आपका परिवार सुरक्षित रहें। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष विक्रम कादियान, पूर्व जिला अध्यक्ष बिजेंद्र दलाल, मोहित चतर सिंह, कप्तान बिरधाना, संदीप, एसडीएम भूपेंद्र सिंह, अधीक्षण अभियंता जन स्वास्थ्य विभाग फैजल इब्राहिम, कार्यकारी अभियंता केके गिल, बीडीपीओ युद्धवीर सिंह, कृषि उपनिदेशक डा. इंद्र सिंह उपनिदेशक कृषि, एसडीओ संदीप दूहन व डा. सुनील कौशिक, जेई दलबीर देशवाल व दीपक आदि मौजूद थे।

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा, सबको नहीं मिल सकती सरकारी नौकरी

बहादुरगढ़: कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बहादुरगढ़ के गांव डाबौदा खुर्द में ग्रामीणों को संबोधित करते बोले कि सबको सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती। युवाओं को स्वरोजगार की तरफ ध्यान देना पड़ेगा। साथ ही धान व गेहूं लगाने से भी किसानों की आमदनी नहीं बढ़ेगी। आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को मछली पालन, बागवानी और पशुपालन जैसे काम करने होंगे। फसल विविधिकरण की प्रक्रिया अपनानी होगी। डाबौदा गांव में पेयजल पाइप लाइन के कार्य का शुभारंभ करने के बाद गांव की चौपाल में आयोजित सभा में कृषि मंत्री के सामने किसानों ने फसल खराबे का मुआवजा न मिलने और खाद की कमी का मुद्दा उठाया।

किसानों ने कहा कि ना तो मुआवजे का चेक मिला और ना ही खाद मिला। इसके जवाब में कृषि मंत्री ने अप्रत्यक्ष तौर पर खाद संकट के लिए किसान को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि किसानों ने सरसों के खेत में एक कट्टे की जगह दो कट्टे खाद डालना शुरू कर दिया ताकि सरसों की पैदावार बढ़े क्योंकि सरसों का भाव बहुत बढ़ गया। कृषि विभाग ने तो पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा खाद का वितरण किया है। कृषि मंत्री ने गांव और खेतों के पांच करम के रास्ते मार्केटिंग बोर्ड से बनवाने की बात भी कही है।


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