Move to Jagran APP

सिरसा में कृषि विभाग को मिला किसान यूनियन का साथ, पराली को आग लगाने के मामलों में आई कमी

सिरसा प्रशासन द्वारा किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान व पराली प्रबंधन के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से वीरवार को 141 गांवों में छात्रों द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान बताया कि पराली जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति भी कम होती है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Fri, 19 Nov 2021 08:33 AM (IST)Updated: Fri, 19 Nov 2021 08:33 AM (IST)
सिरसा में कृषि विभाग को मिला किसान यूनियन का साथ, पराली को आग लगाने के मामलों में आई कमी
सिरसा में खरीफ सीजन में आगजनी की 30 लोकेशन मिली।

डबवाली (सिरसा), जागरण संवाददाता। इस बार डबवाली इलाके में धान की पराली जलाने के मामलों में कमी नजर आई है। इसकी वजह है कृषि विभाग तथा किसान यूनियन में तालमेल। विभाग के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो इस वर्ष खरीफ सीजन में आगजनी की 30 लोकेशन मिली थी। जिसमें से 21 लोकेशन ट्रेस करके विभाग ने 62 हजार 500 रुपये जुर्माना किया है। 9 लोकेशन गलत निकली। बताया जाता है कि 18 लोकेशन हरसेक से मिली थी। जबकि वर्ष 2020 में हरसेक की 121 लोकेशन समेत कुल 142 लोकेशन मिली थी। 66 लोकेशन ट्रेस होने के बाद विभाग ने 1 लाख 12 हजार 500 रुपये जर्माना किया था। वर्ष 2019 में कुल 93 लोकेशन थी। जिसमें 2 लाख 7 हजार 500 रुपये जुर्माना ठोका गया था। इसके अतिरिक्त 10 किसानों पर एफआइआर दर्ज हुई थी।

loksabha election banner

यूनियन का मिला साथ

कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बार गांव पन्नीवाला मोरिकां रेड जोन में था। वहां किसान यूनियन का साथ मिला। जिसका असर यह हुआ कि चार लोकेशन ट्रेस हुई। चारों को जुर्माना किया गया। यूनियन ने अन्य धान उत्पादक किसानों को समझाया। अधिकारियों के मुताबिक पिछले वर्ष पराली की गांठ बनाने वाले किसानों को प्रति एकड़ एक हजार रुपये मिले थे। जिन किसानों ने आवेदन किया था, सभी को पैसे मिले थे। उन किसानों ने इस बार आग नहीं लगाई।

पन्नीवाला मोरिकां में निकली रैली

वीरवार को गांव पन्नीवाला मोरिकां में पराली न जलाने के लिए लोगों को जागरुक करते हुए रैली निकाली गई। बच्चों ने गांव का चक्कर लगाकर पराली के दुष्प्रभावों के प्रति जागरुक किया। इस मौके पर खंड कृषि अधिकारी सुनील ग्रेवाल, जत्थेदार मलकीत सिंह, गमदूर सिंह, हरभजन सिंह नंबरदार मौजूद थे।

डबवाली के नोडल एवं खंड कृषि अधिकारी सुनिल ग्रेवाल के अनुसार

किसानों को समझाया गया। यूनियन का साथ मिला, जिसके कारण इस बार डबवाली इलाके में बहुत कम मामले सामने आए है। अब तक 30 में से 21 मामले ट्रेस हुए है। संबंधित किसानों पर 62 हजार 500 रुपये जुर्माना लगाया गया है।

जिला प्रशासन ने वीरवार को निकाली थी 141 गांवों में जागरूकता रैली 

जिला प्रशासन द्वारा किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान व पराली प्रबंधन के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से वीरवार को 141 गांवों में छात्रों द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। गांव पनिहारी व फरवाई कलां में उप निदेशक कृषि डा. बाबूलाल व डीडीपीओ रवि कुमार ने हरी झंडी दिखा कर रैली को रवाना किया। उप निदेशक कृषि डा. बाबूलाल ने कहा कि पराली जलाने से न केवल प्रदूषण में बढोतरी होती है बल्कि भूमि की उर्वरा शक्ति भी कम होती है। इसलिए किसान भाई जिला प्रशासन की इस मुहिम में अधिक से अधिक योगदान दें और पराली प्रबंधन के लिए आगे आएं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.