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फ्यूचर मेकर केस : न्यूज चैनल खोलने की थी प्लानिंग, नेपाल में भी फैलाना था नेटवर्क

साल 2019 तक के सेमिनारों के प्लान बनाए जा चुके थे। जनता के पैसे को कैसे अपने फायदे के लिए प्रयोग करना है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 12:29 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 07:38 PM (IST)
फ्यूचर मेकर केस : न्यूज चैनल खोलने की थी प्लानिंग, नेपाल में भी फैलाना था नेटवर्क
फ्यूचर मेकर केस : न्यूज चैनल खोलने की थी प्लानिंग, नेपाल में भी फैलाना था नेटवर्क

जेएनएन, हिसार : फ्यूचर मेकर कंपनी ने भारत में अपनी जड़ें मजबूत कर ली थीं। दस राज्यों के अंदर उसकी कंपनी चल रही थी। साल 2019 तक के सेमिनारों के प्लान बनाए जा चुके थे। जनता के पैसे को कैसे अपने फायदे के लिए प्रयोग करना है। उसको लेकर बड़े तरीके से प्ला¨नग की जा रही थी। भारत में जहां न्यूज चैनल और एक हजार पेट्रोल पंप खोलने की योजना बनाई जा रही थी। इसके अलावा आठ योजनाओं पर बड़ी तेजी से काम चल रहा था। वहीं दूसरी ओर सुथार की विदेशों में व्यापार फैलाने की ख्वाहिश भी बढ़ती जा रही थी। चार देशों में मलेशिया, बैंकॉक, थाइलैंड और नेपाल प्राथमिकता पर थे। नेपाल में नेटवर्क फैलाने के लिए क्षेत्रीय कार्यालय खोला जा चुका था।

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नेपाल में अपने नेटवर्क को फैलाने के लिए ही न्यूज चैनल, टूर ट्रेवल्स और लखपति बनाने वाली किताबों को प्राथमिकता पर रखा गया था। ताकि लोगों को अपनी कंपनी की ओर खींचा जा सके। बता दें कि नेपाल के अंदर रामपाल और डेरा सच्चा सौदा का नेटवर्क भी मजबूत रहा है।

यह था कंपनी का दावा

कंपनी के सीएमडी राधेश्याम सुथार और एमडी बंशीलाल सिहाग का दावा था कि कंपनी ने तीन साल पांच महीने में एक करोड़ 30 लाख लोगों को अपने साथ जोड़ा है। जिसमें से 2882 लोग करोड़पति हैं। जबकि आठ लाख लोगों की आय 6 लाख रुपये है। कंपनी से जुड़े 35 लाख लोगों की आय एक लाख रुपये है। अलवर को लेकर दावा था कि वहां पर पांच महीने में नौ लोगों को लखपति बना दिया था। पांच प्रतिशत कंपनी के टर्न ओवर के हिस्से का देते थे लालच

- कंपनी के सोशल मीडिया पर दावा था कि दो लोगों को डायरेक्ट स्पोंसर करने पर आपको 2500 रुपये 24 माह के लिए मिलेंगे। वहीं पूरी ¨जदगी के लिए कंपनी की टर्नओवर का पांच फीसद हिस्सा दिया जाएगा। कंपनी से जुड़े एक कर्मचारी ने बताया कि कंपनी में 8500 रुपये से ऊपर पैसा लगाने वालों को 40 फीसद पैसा प्रोडक्ट के रूप में वापस किया जाता है। यह प्रोडक्ट आपको एमआरपी के हिसाब से लेना होता था। ज्यादातर लोग घरेलू सामान को प्राथमिकता देते थे। एमआरपी पर देने से कंपनी को सीधा लाभ पहुंचता था। जबकि खरीदने वाले व्यक्ति को लगता था कि उसका पैसा वापस हो गया है। फ्यूचर मेकर इन क्षेत्रों में कर रही थी काम

. मंत्रा एंटरप्राइजेज

. न्यूज चैनल

. सहयोग टूर एंड ट्रेवल्स

. मोबाइल एप, फेयरडील 26000 प्रोडक्ट

. भीलवाड़ा में गारमेंट फैक्टरी

. किताबें हैं, माइंड इज ¨कग

. फूड सप्लीमेंट

. एग्रीक्लचर प्रोडक्ट

. वेटरनरी

. एफएमसीजी

. एक हजार पेट्रोल पंप रेड स्क्वेयर मार्केट कार्यालय के बाहर पुलिस तैनात

- रेड स्क्वेयर मार्केट के फ्यूचर मेकर कंपनी के कार्यालय के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। वहीं कार्यालय के बंद होने पर निवेशक लगातार कार्यालय के बाहर एकत्रित हो रहे हैं। लोग एक दूसरे से कंपनी को जल्द खुलने का आश्वासन दे रहे है तो दूसरी तरफ उच्च पद पर मौजूद निवेशक अपना फोन बंद करके बैठे हैं। जल्द जुड़े निवेशकों को उनका पैसा डूबने का डर सता रहा है।


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