भिवानी में घातक हो रहा एडिज मच्छर का डंक, अब तक 34 शिकार, दो नए केस आए सामने
भिवानी में स्वास्थ्य के रिकार्ड में अब तक 34 डेंगू के मरीज सामने आ चुके है जिनमें 15 सरकारी अस्पताल में सामने आए है तो 19 निजी अस्पताल से है। नगर परिषद की ओर से जहां से मरीज सामने आए है उन क्षेत्रों में फोगिंग करवाई जा रही है।
भिवानी, जागरण संवाददाता। भिवानी। जिले में एडिज मच्छर का डंक एक बार फिर घातक साबित हो रहा है। अब तक 34 डेंगू मरीज इलाज के लिए अस्प्ताल पहुंच चुके है। राहत की खबर है कि इनमें अधिकतर ठीक हो चुके है। मगर चिंताजनक बात यह है कि कुछ मरीजों को एसडीपी सिंगल डोनर प्लेटलेट की जरूरत पड़ती है और जिले में व्यवस्था नहीं होने पर रोहतक, गुरुग्राम, हिसार की दौड़ लगानी पड़ रही है। नागरिक अस्पताल के रक्तकोष में आरडीपी है। डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी अभियान छेडे़ है और अब तक 1565 घरों में मच्छर का लारवा मिलने पर नोटिस थमाये जा चुके है। मंगलवार को भी दो नए केस सामने आए। एक शहरी क्षेत्र से है तो एक ग्रामीण क्षेत्र से है।
स्वास्थ्य के रिकार्ड में अब तक 34 डेंगू के मरीज सामने आ चुके है, जिनमें 15 सरकारी अस्पताल में सामने आए है तो 19 निजी अस्पताल से है। नगर परिषद की ओर से जहां से मरीज सामने आए है, उन क्षेत्रों में फोगिंग करवाई जा रही है। ब्लड बैंक इंचार्ज डा. मोनिका लांबा ने बताया कि अस्पताल के रक्तकोष में एसडीपी यानी सिंगल डोनर प्लेटलेटस नहीं है। हमारे पास आरडीपी है। यह भी मरीज के लिए काफी फायदेमंद है और सस्ती भी है।
ये हैं लक्षण
- डेंगू एडीज मच्छरों के काटने से होता है। इस रोग में तेज बुखार के साथ शरीर पर लाल-लाल चकत्ते दिखायी देते है।
- इसमें 104 डिग्री तक तेज बुखार आता है और सिर में तेज दर्द होता है।
- शरीर के साथ जोड़ों में भी दर्द होता है। खाना पचाने में दिक्कत होती है।
- उल्टी होना, भूख कम लगना व ब्लड प्रेशर कम हो जाना इसके कुछ अन्य लक्षण हैं।
- इसके अलावा चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना और बॉडी में प्लेटलेट्स की कमी हो जाना खास लक्षण हैं।
- लीवर और सीने में फ्लूइड जमा हो जाता है।
डेंगू से जुड़ी जरूरी जानकारी
- डेंगू का मच्छर आम तौर पर दिन में काटता है।
- डेंगू के मच्छर हमेशा साफ पानी में पनपते हैं जैसे छत पर लगी पानी की टंकी, घड़ों और बाल्टियों में जमा पीने का पानी, कूलर का पानी, गमलों में भरा पानी।
डेंगू में ये रखें ध्यान
- रोगी को ज्यादा से ज्यादा तरल चीजें दीजिए ताकि उसके शरीर में पानी की कमी न हो। डेंगू में गिलोई के पत्ते काफी उपयोगी होते हैं।
- मरीज को पपीते के पत्ते पानी में पीस कर दे। यह शरीर में प्लेटलेट्स बढ़ाते है।
- बुखार कम करने के लिए पेरासिटामॉल की गोली दे।
- नारियल पानी और जूस अधिक पिलाए।
कब कितने मरीज आए सामने
वर्ष मरीज
2015 601
2016 17
2017 85
2018 50
2019 13
2020 49
2021 356
2022 34
अब तक
अधिकारी के अनुसार
डेंगू से बचाव के लिए लोगों को सावधानी रखनी चाहिए। अपने आसपास मच्छर न पनपने दे और पूरी बाजी के कपडे़ पहने। यह मच्छर अधिकतर दिन के समय काटता है। डेंगू होने पर चिकित्सक से सलाह लेकर तुरंत इलाज शुरू करना चाहिए। लापरवाही में यह बिमारी घातक साबित हो सकती है।
----डा. रघुवीर शांडिल्य, सिविल सर्जन।