अभिनेता राकेश बेदी बोले- सास-बहू से ऊपर नहीं उठे तो पिछड़ जाएगा भारतीय टेलीविजन
अभिनय रंगमंच की ओर से बॉलीवुड के मशहूर हास्य अभिनेता राकेश बेदी पहुंचे हिसार। कहा हरियाणा को सिनेमा में ऊपर उठने के लिए हिंदी फिल्मों को देना होगा इनसेंटिव।
हिसार, जेएनएन। सास-बहू से उपर नहीं उठे तो टेलीविजन पिछड़ जाएगा। इंटरनेट व वेब सीरिज के जमाने में टीवी की दुनिया को भी कुछ अलग करने की जरूरत है। यह कहना है बॉलीवुड के मशहूर हास्य अभिनेता राकेश बेदी का। वह अभिनय रंगमंच की ओर से शहर के एक निजी रेस्टोरेंट में रविवार को पत्रकारों से रूबरू हुए।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि थियेटर के लिए हिसार के मनीष जोशी बहुत बड़े उद्यमी है। उन्होंने कहा कि आज के जमाने में यदि टेलेंट है तो उसे कोई नहीं रोक सकता, चाहे आप किसी भी गांव से हो। इस दौरान मनोज बंसल, मनीष जोशी, डा. दिनेश नागपाल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि उनकी एक नई फिल्म इंदू की जवानी नाम से आने वाली है।
आजकल कैरेक्टर रोल करने लगे है मेन हीरो
राकेश बेदी ने कहा कि बॉलीवुड फिल्मों का रोमांटिक हीरो वर्ष 2000 के आसपास मर चुका है। आज के समय में इशू बेस्ड फिल्में बनती हैं। मेन हीरो भी करेक्टर हीरो बन गया है। समय बदल गया है। पहले हीरो पेड़ों के इर्द-गिर्द नाचने, लेदर जैकेट डालने और खलनायक के साथ मारपीट के सीन करना चाहते थे। लेकिन अब समय बदला है। वहीं पहले हार्स राइङ्क्षडग, डांस, तैराकी सीखना हीरो के लिए जरूरी होता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। सबसे प्यारा रोल पूछने के जवाब में उन्होंने कहा कि वह हर काम को मन से करते हैं। वह यह मन में नहीं रखना चाहते हैं कि उन्हें किसी खास रोल को करने में मजा आया था।
नाटक प्रेम का टिकटों की संख्या से लगता है पता
किसी भी शहर का नाटक प्रेम इस बात से दिखता है कि कितने लोगों ने टिकट खरीदा है। इससे नाटक से प्रेम करने वाले लोगों का पता लगता है। कई लोग 400 रुपये का टिकट नहीं लेंगे, लेकिन 2 हजार की डोनेशन दे देते हैं।
हरियाणा को शूटिंग स्थान उपलब्ध करवाने होंगे
हरियाणवी सिनेमा को हिंदी फिल्मों को इनसेंटिव देना पड़ेगा, तभी हरियाणवी सिनेमा पनपेगा। एकल रहकर सफल होना मुश्किल है। हरियाणा को शूटिंग स्थान उपलब्ध करवाने होंगे और सब्सिडी देनी होगी। तभी हरियाणा सिनेमा पनप सकता है।
वेब सीरिज का कंटेंट होती है वर्ल्डवाइड
वेबसीरिज से टेलीविजन का रुझान तो कम होना ही है क्योंकि पहले कोई च्वाइस नहीं थी। आज मोबाइल में दुनिया का कोई भी शो देख सकते हैं। वेब सीरिज का कंटेट एक देश पर नहीं कई देशों पर निर्भर करता है। क्योंकि यह कंटेट वर्ल्डवाइड होता है। अगर हम सास-बहू से ऊपर नहीं उठेंगे तो भारतीय टेलीविजन पिछड़ जाएगा।