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सिरसा में अभय चौटाला बोले- खाद की मूल्यवृद्धि के विरोध में इनेलो 12 को जिला मुख्यालयों पर करेगी प्रदर्शन

अभय चौटाला ने कहा कि खाद के रेट बढ़ाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया है। डीएपी खाद के मूल्यों में बढ़ोतरी कृषि कानून वापस लेने और गेहूं खरीद सुचारू करने को लेकर 12 अप्रैल को इनेलो कार्यकर्ता प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 02:17 PM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 02:17 PM (IST)
सिरसा में पत्रकार वार्ता के दौरान रूबरू होते इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला

सिरसा, जेएनएन। पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि डीएपी खाद व एनएपी के रेटों में बढ़ोतरी करके एक बार फिर साबित हो गया है कि सरकार केवल और केवल पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने में लगी हुई है और किसानों को कमजोर कर रही है। फसल के रेट सहीं नहीं मिल रहे और खाद के रेट बढ़ाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया है। डीएपी खाद के मूल्यों में बढ़ोतरी, कृषि कानून वापस लेने और गेहूं खरीद सुचारू करने को लेकर 12 अप्रैल को इनेलो कार्यकर्ता प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपेगी। अभय सिंह चौटाला शुक्रवार को डबवाली रोड स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे।

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इनेलो नेता ने कहा कि गेहूं खरीद को सुचारू किया जाए, जैसे पहले आढ़तियों के माध्यम से खरीद होती थी वैसे ही खरीद की जाए और भुगतान आढ़तियों के माध्यम से हो। सरकार दावे करती थी कि किसी को परेशानी नहीं होगी, लेकिन मंडियों में फसल बेचने आए किसान परेशानी झेल रहे हैं। इसको लेकर इनेलो कार्यकर्ता प्रदर्शन कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे। साथ ही सरकार को चेतावनी देंगे कि अगर मंडी में खरीद कार्य सुचारू नहीं हुए तो मंडी को तालाबंदी करेंगे।

घोटालों में शामिल है मुख्यमंत्री

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश में जितने भी घोटाले हुए हैं, उनमें मुख्यमंत्री भी शामिल है। मुख्यमंत्री के पास सभी घोटालों की जांच रिपोर्ट है। मुख्यमंत्री जब कहते हैं कि वे भ्रष्टाचार से कोसों दूर है तो  फिर वे उन्हें सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहे। उन्होंने बताया कि एक नया मामला यूएसए की कंपनी फ्लिपकार्ट का है, जिसे सरकार ने 140 एकड़ जमीन अलॉट की है। आज तक हरियाणा में कोई भी जमीन चाहे तो एचएसआइडीसी या हुडा अलॉट नहीं हो सकी। ओपन ऑक्शन हुई है। इस जमीन की भी ओपन ऑक्शन होनी थी लेकिन इन्हाेंने तीन करोड़ 22 लाख रुपये एकड़ के हिसाब से दे दी जबकि उस जमीन की कीमत सैंकड़ों करोड़ रुपये है। अभय सिंह ने कहा कि पिछले दिनों डीएलएफ ने इसी गुरुग्राम में एचएसआइटी से छोटा सा जमीन का टुकड़ा लिया था 1144 करोड़ रुपये का। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा था हमने कितनी पारदर्शिता दिखाई है। हमने ओपन ऑक्शन की, इतनी बड़ी बीड आई है। आज वो पारदर्शिता कहां गई। आज जिस ढंग से जमीन को अलाॅट किया है उससे सिद्ध हुआ है कि इसमें बहुत बड़ा पैसे का लेनदेन हुआ है, ठगी हुई है, इसकी जांच होनी चाहिए।


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