अभय चौटाला बोले- इस दफा अपना वजूद भी नहीं बचा पाएगी कांग्रेस
कहा इनेलो की सरकार बनने के बाद कर्मचारियों, किसानों और व्यापारियों के लिए बनेगा अलग आयोग
अमित पोपली, झज्जर
प्रदेश की राजनीति में बन रहे ताजा हालात के मुताबिक वजूद की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस पार्टी को इस दफा के विधानसभा चुनाव में 5 सीट भी बमुश्किल मिल पाएगी। आने वाले समय में चुनाव लोकसभा के हों या विधानसभा के। दोनों ही चुनावों में भूपेंद्र ¨सह हुड्डा एवं उनके पुत्र सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा की हार निश्चित है। यह बात नेता प्रतिपक्ष अभय ¨सह चौटाला ने जिला मुख्यालय पर कांग्रेसी नेता सतपाल देशवाल के इनेलो में शामिल होने के बाद खास बातचीत में कही।
अभय चौटाला ने कहा कि चौधर के जिस नारे के साथ लोगों ने हुड्डा को सत्ता सौंपी थी। उसके बाद उम्मीद जगीं थी कि क्षेत्र खुशहाल होगा, लोगों के रोजगार बढ़ेंगे, नौकरी हिस्से में आएंगी, किसान के खेत में फसल की बढ़ोत्तरी होगी, नहरें बनेंगी आदि। लेकिन हुआ क्या। बिजली के कारखानों के लिए जमीन का अधिग्रहण तो हुआ। लेकिन बिजली नहीं मिल पाई। आने वाले दिनों में होंगे बड़े उल्टफेर
भविष्य की रणनीति को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस एवं भाजपा से जुड़े हुए बड़े नाम एवं चेहरे पार्टी के संपर्क में हैं। आने वाले दिनों में अन्य कई बड़े उल्टफेर यहां दिखाई देंगे। जिला झज्जर में ही आज जिस प्रकार से कांग्रेस से जुड़े दो नेता इनेलो में शामिल हुए हैं। इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। चौटाला ने
कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने ना तो कभी एसवाईएल के मुद्दे पर अपनी बात रखी है। सिर्फ अपना राजनीतिक कद बढ़ाने के नाम ही चौधर का नारा दिया था और अभी भी उसी को मूर्त रूप देने में जुटे हुए हैं। चार वर्ष तक महंगी बिजली देने के बाद फिर भी खेला खेल
सरकार द्वारा बिजली के दामों में कटौती किए जाने से जुड़े विषय पर नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि चार वर्षों तक महंगी बिजली देने के बाद सरकार ने सीमित यूनिट तक छूट देने का जो खेल खेला है, उससे उपभोक्ताओं को कुछ खास फायदा नहीं होगा। इससे पूर्व जब बिजली के दाम बढ़ाए गए थे। उस दौरान इनेलो के स्तर पर एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात करते हुए अपना पक्ष रखा था और कहा था कि रेट घटाए जाएं। जबकि मुख्यमंत्री ने आयोग की दुहाई देते हुए स्पष्ट तौर मना कर दिया। हाल समय में रेट घटाए गए तो उनके पास यह जवाब नहीं था कि आखिरकार किस तरह से वह लोगों को यह छूट दे पाएंगे। अपने दम पर बड़ा बदलाव लाएगा इनेलो
25 सितंबर को गोहाना में होने वाली रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती मुख्य तौर पर पहुंचेंगी। 300 एकड़ से बड़े मैदान में रैली का आयोजन किया जा रहा है। पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवी लाल के सम्मान में होने वाली रैली में लोग सिर्फ बातें सुनने के लिए नहीं आते। उन्हें इस बात का विश्वास है कि इनेलो जो कहती हैं वह करती हैं। पूर्व उप-प्रधानमंत्री ने जिस तरह के वायदे किए थे। उन्होंने उसे हर कीमत पर निभाया भी। बहुत सी ऐसी घोषणाएं भी की। जिसे पूरे देश ने लागू किया है। हां, बंद के मुद्दे पर इनेलो कामयाब रही है। सरकार भी इस विषय पर सदन में एक मिनट तक चर्चा नहीं कर पाई। आयोग बनाकर करेंगे मदद
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज कर्मचारी, किसान और व्यापारी सभी सत्तासीन पार्टी की नीतियों से परेशान है। इनेलो के सत्ता में आने के बाद खास तौर पर दो आयोग का गठन किया जाएगा। एक आयोग कर्मचारियों के हितार्थ में गठित होगा। चूंकि आज प्राय: सभी वर्गों से जुड़े कर्मचारी सड़कों पर हैं। जबकि सरकार के पास ना तो कोई ठोस समाधान है और ना ही उनके लिए कोई योजना। ऐसे में बनने वाले आयोग में कर्मचारियों के प्रतिनिधि ही उसकी अगुवाई करेंगे। जो कि उनके हितार्थ में फैसला लेते हुए राहत पहुंचाएंगे। इसी कड़ी में व्यापारियों और किसानों के लिए भी आयोग का गठन करते हुए उनके कल्याण की योजनाएं बनाकर अमल में लाया जाएगा।