एक अच्छा वीडियो रिज्यूम 90 सेकंड से अधिक का न हो
वीडियो रिज्यूम क्या है हमें इसकी आवश्यकता क्यों है और इसे कैसे फ्रेम करना है। इसे पांच प्रकार से बना सकते हैं जिनमें स्क्रिप्ट तैयार करना स्क्रिप्ट की रिहर्सल करना वास्तविक रिकॉर्डिग वीडियो एडिटिग व गुणवत्ता चेकिग तथा उपयुक्त प्लेटफॉर्म पर वीडियो अपलोडिग शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार : गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के ट्रेनिग एंड प्लेसमेंट सेल के मार्गदर्शन में स्पीकथॉन क्लब द्वारा सदस्यों के लिए 'क्रिएटिग वीडियो रिज्यूम' विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। टाइम्स हिसार के निदेशक पंकज चौधरी कार्यशाला के मुख्य वक्ता थे। कार्यशाला की अध्यक्षता ट्रेनिग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रताप सिंह मलिक ने की।
पंकज चौधरी ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि वीडियो रिज्यूम क्या है, हमें इसकी आवश्यकता क्यों है और इसे कैसे फ्रेम करना है। उन्होंने पांच चरणों में वीडियो रिज्यूम निर्माण प्रक्रिया को समझाया, जिनमें स्क्रिप्ट तैयार करना, स्क्रिप्ट की रिहर्सल करना, वास्तविक रिकॉर्डिग, वीडियो एडिटिग व गुणवत्ता चेकिग तथा उपयुक्त प्लेटफॉर्म पर वीडियो अपलोडिग शामिल हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि एक प्रभावी वीडियो निर्माण के लिए स्क्रिप्ट तैयार करते हुए उसमें परिचयात्मक भाग, मुख्य भाग और समापन भाग होना चाहिए। परिचय भाग में उम्मीदवार को अपने संक्षिप्त परिचय का उल्लेख करना चाहिए। स्क्रिप्ट की बॉडी में कंपनी द्वारा उम्मीदवार को रखे जाने का औचित्य स्पष्ट करना चाहिएद्ध निष्कर्ष भाग में उम्मीदवार को इस प्रश्न का उत्तर देना चाहिए कि उसे नौकरी की आवश्यकता क्यों है। उन्होंने कहा कि एक अच्छा वीडियो रिज्यूम 90 सेकंड से अधिक का नहीं होना चाहिए।
स्पीकाथॉन क्लब की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए समन्वयक अपूर्वा मान ने बताया कि 'इच वन ग्रूम फाइव' के थीम से क्लब के सदस्यों द्वारा शुरू किए गए मेंटरशिप प्रोग्राम के तहत अब तक 95 विद्यार्थियों को मेंटर आवंटित किए गए हैं, जो साप्ताहिक ऑनलाइन समूह चर्चा आयोजित करके विद्यार्थियों के संचार कौशल को बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। क्लब सदस्य बीटेक ईसीई की सुगंधा सिंह को नवंबर माह का सर्वश्रेष्ठ मेंटर घोषित किया गया।
इससे पहले अपने स्वागत भाषण में प्लेसमेंट निदेशक प्रताप सिंह मलिक ने सभी क्लब सदस्यों से अपील की कि वे अपने विद्यार्थियों पर अधिक से अधिक कार्य करें, ताकि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के बीच एक व्यवसायिक वातावरण तैयार किया जा सके, जो उन्हें उनके व्यवसायिक जीवन में लाभ देना सुनिश्चित करता है। ट्रेनिग एंड प्लेसमेंट सैल के सहायक निदेशक आदित्यवीर सिंह ने विद्यार्थियों के साथ अपना ज्ञान साझा करने के लिए पंकज चौधरी का आभार व्यक्त किया।