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चोरी के इल्‍जाम से आहत 75 वर्षीय बुजुर्ग ने नहर में कूद दी जान, सुसाइड नोट में लिखा दर्द

जिंदा न बच जाए इसलिए गले में ईंटे बांध लगाई छलांग पांच दिन बाद मिला मृतक का शव। 75 वर्षीय पाखर सिंह ने सुसाइड नोट में लिखा उससे मारपीट की गई तो दाड़ी के बाल तक उखाड़े गए।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 12:35 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 12:35 PM (IST)
चोरी के इल्‍जाम से आहत 75 वर्षीय बुजुर्ग ने नहर में कूद दी जान, सुसाइड नोट में लिखा दर्द
चोरी के इल्‍जाम से आहत 75 वर्षीय बुजुर्ग ने नहर में कूद दी जान, सुसाइड नोट में लिखा दर्द

डबवाली (सिरसा) [डी डी गोयल]। चोरी का इल्‍जाम लगाए जाने पर (75) साल के एक बुजुर्ग ने शर्म के मारे नहर में कूद जान दे दी। खुइयांमलकाना गांव निवासी पाखर सिंह (75) का शव बुधवार सुबह मौजगढ़ गांव के निकट भाखड़ा नहर में मिला है। डूबने के लिए वह गले में सात-आठ ईंट बांधकर नहर में कूदा था। गोताखोर ने शव को बाहर निकाला।

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नहर के किनारे एक कपड़े में बंधा सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें खुइयांमलकाना के दो लोगों का नाम लिखा है। उनके चार बेटों को आत्महत्या के लिए जिम्मेवार ठहराते हुए लिखा है कि इन लोगों ने उस पर लोहा चोरी करने का आरोप लगा दिया था। चारों ने उससे मारपीट की। उसकी दाढ़ी पकड़कर बाल उखाड़ दिए। धक्के मारकर उसे दुकान से निकाल दिया। उसकी बहुत ज्यादा बेइज्जती की, इस वजह से वह खुदकुशी कर रहा है। उसकी मौत के जिम्मेवार उपरोक्त चारों लड़के हैं।

पाखर सिंह 1 नवंबर को देर रात करीब 11 बजे घर से निकला था। रास्ते में उसे पंचायत समिति सदस्य वीरचंद मिला था। ग्रामीणों ने समझा कि वह अपनी विवाहित बेटी के पास जा रहा है। लेकिन सुबह तक वह वापिस घर नहीं पहुंचा था, तो परिजनों ने 2 नवंबर का उसकी तालाश शुरु की। वह कहीं नहीं मिला तो सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई थी। 3 नवंबर को गोताखोर ने खुइयांमलकाना के निकट बहने वाली भाखड़ा नहर में उसकी तालाश शुरु की थी। तालाश करते-करते गोताखोर करीब चार किलोमीटर दूर स्थित मौजगढ़ हैड पर पहुंच गया था। बुधवार सुबह उसने शव ढूंढ निकाला।

गोताखोर को ही नहर किनारे सुसाइड नोट बरामद हुआ। जिसमें मृतक ने खुइयांमलकाना निवासी जगदीश नारंग, सोमराज उर्फ सोमी के चारों बेटों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। मौका पर पहुंची डबवाली सदर थाना पुलिस ने शव तथा सुसाइड नोट कब्जे में कर लिया। पुलिस ने मृतक के बेटे जगसीर सिंह की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज किया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके परिजनों के हवाले कर दिया।

चौकीदारी के बदले मिलते थे पांच हजार रुपये

खुइयांमलकाना गांव के सगे भाई विकास उर्फ विक्की तथा मनीष उर्फ मनी डबवाली गांव में सिरसा हाईवे पर नारंग कबाड़ स्टोर चलाते हैं। मृतक करीब एक साल से वहीं चौकीदार था। उसकी डयूटी शाम 7 बजे शुरु होती थी, अगली सुबह स्टोर मालिक आने तक वह कार्य करता था। इस कार्य के बदले उसे पांच हजार रुपये महीना मिलता था। मृतक के दो बेटे कश्मीर सिंह, जगसीर सिंह तथा एक बेटी है। तीनों विवाहित हैं। बेटे दिहाड़ी मजदूरी करते हैं।

पटरी पर लगी ईंट उखाड़कर गले में बांधी

परिजनों तथा ग्रामीणों के अनुसार नारंग कबाड़ स्टोर के मालिकों ने उस पर चोरी का इल्जाम लगाते हुए मारपीट की थी। जिससे वह आहत था। इसलिए उसने आत्महत्या का रास्ता चुना। पाखर सिंह तैराकी जानता था। उसे पता था कि वह नहर में कूद गया तो चाहकर भी वह डूब नहीं सकेगा। इसलिए उसने नहर की पटरी पर लगी ईंटें उखाड़ी। गले में फंदे सामान कपड़ा बांधकर उसमें ईंटें लटकाई और वह नहर में कूद गया। ईंटों के भार से वह नहर में डूब गया।

---3 नवंबर को पाखर सिंह के छोटे बेटे जगसीर सिंह की शिकायत पर गुमशुदगी का केस दर्ज किया गया था। अब लाश मिल गई है, साथ ही सुसाइड नोट भी मिला है। सोमराज उर्फ सोमी तथा जगदीश के चारों बेटों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। सुसाइड नोट को जांच के लिए मधुबन स्थित लैब में भेजा जाएगा।

-राजेंद्र सिंह मोर, प्रभारी, डबवाली सदर थाना


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