7 ऐतिहासिक स्थलों पर शूटिग, फोटोग्राफी के लिए लेनी होगी ऑनलाइन अनुमति
शूटिग के लिए एक दिन की फीस 50 हजार रुपये -फोटोग्राफी स्कैचिग व रिसर्च के लिए रहेगी फ
शूटिग के लिए एक दिन की फीस 50 हजार रुपये
-फोटोग्राफी, स्कैचिग व रिसर्च के लिए रहेगी फीस में छूट
मनप्रीत सिंह, हांसी (हिसार) : जिले की विश्व विख्यात ऐतिहासिक इमारतों पर फिल्मों की शूटिग, फोटोग्राफी व रिसर्च करने के लिए ऑनलाइन अनुमति लेनी होगी। पुरातत्व विभाग ने जिले में इन ऐतिहासिक स्थलों पर फिल्म शूटिग करने के लिए 50 हजार रुपये प्रतिदिन फीस निर्धारित की है। इसके लिए एएसआई की वेबसाइट पर जाकर अनुमति ली जा सकती है।
फिल्मी शूटिग की गतिविधियों के अलावा रिसर्च, फोटोग्राफी, स्केचिग के लिए भी अब अनुमति की आवश्यकता होगी, लेकिन इन गतिविधियों के लिए कोई चार्ज नहीं वसूला जाएगा। रिसर्च करने वाले शोधार्थियों को अपने संगठन की तरफ से एक स्वीकृति पत्र अपलोड करना होगा। कुछ साइट पर सिक्योरिटी राशि के तौर पर दस हजार रुपये रखे जाएंगे। एएसआई की इस पहल से शोधार्थियों व स्थानीय स्तर पर फिल्मों से जुड़े लोगों को लाभ होगा। क्योंकि ऐसे ऐतिहासिक स्थल पूरे हरियाणा में बहुत कम हैं।
विस्तृत जानकारी देनी होगी
ऐतिहासिक महत्व की इमारतों पर रिसर्च, फोटोग्राफी, पेंटिग या अन्य गतिविधि करने के लिए आवेदन करते समय पूरी जानकारी देनी दर्ज करनी होगी। कितने दिनों का प्रोजेक्ट होगा व कितने लोग इसमें शामिल रहेंगे। अपने कार्य के उद्देश्य भी ऑनलाइन आवेदन करते वक्त बताने अनिवार्य होंगे। इसके बाद एएसआइ आवेदन का अवलोकन करेगा व सही पाए जाने पर ऑनलाइन मोड से ही आवेदन स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
जिले की इन ऐतिहासिक इमारतें शामिल
-ऐतिहासिक बड़सी गेट, हांसी
-पृथ्वी राज चौहान किला, हांसी
-अग्रोहा टीला, अग्रोहा
-गुजरी महल, हिसार
-लाट की मस्जिद, हिसार
-राखी गढ़ी, नारनौंद
-फिरोज शाह पैलेस, हिसार
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फिल्म की स्क्रिप्ट भी देनी होगी
शूटिग की अनुमति लेने के लिए पूरी फिल्म की स्क्रिप्ट ऑनलाइन आवेदन के वक्त अपलोड करनी होगी व जिस पार्ट की शूटिग की जानी है उसके बारे में भी विस्तार से जानकारी देनी होगी। फिल्म या डॉक्युमेंट्री की स्क्रिप्ट की एक्सपर्ट द्वारा वेरिफिकेशन होने के बाद ही अनुमति मिल पाएगी। हांसी का किला सबसे मशहूर
कई हरियाणवी फिल्मों की शूटिग ऐतिहासिक किले पर हो चुकी है। फेमस फिल्म चंद्रावल के एक हिस्से को इसी किले पर शूट किया गया था। इसके अलावा हरियाणवीं नाटकों की व गानों की शूटिग यहां होती रहती है। कई बार बगैर अनुमति के ही कुछ लोग शूटिग करने भी पहुंच जाते हैं क्योंकि अभी तक शूटिग की अनुमति लेने का प्रोसेस बहुत जटिल था। फोटो कैप्शन: 1: हांसी: ऐतिहासिक किले का मुख्य द्वार। - जागरण
फोटो कैप्शन: 2: हांसी: ऐतिहासिक पृथ्वी राज चौहान के किले पर शूटिग करते हुए कलाकार। - जागरण आर्काइव