शहर में 25 जगह 40 हजार पूर्वाचल के लोग करेंगे छठ पूजा
संवाद सहयोगी हिसार शहर में छठ पूजा की तैयारी तेज हो गई है। 25 जगहों पर छठ पूजा
संवाद सहयोगी, हिसार:
शहर में छठ पूजा की तैयारी तेज हो गई है। 25 जगहों पर छठ पूजा करने के लिए समितियों ने तैयारी करते हुए घाट बनाने शुरू कर दिया है। नहर में पानी छोड़ जाए इसको लेकर पूर्वांचल समिति के लोग जल्द सिचाई विभाग के अधिकारियों से भी मिलेंगे। वहीं मिलगेट स्थित जिदल पार्क में बने जिदल सरोवर में घाट में पानी भरने का काम शुरू हो गया है। 31 अक्टूबर से शुरू होने वाले छठ को देखते हुए प्रशासन ने भी इंतजाम शुरू कर दिए हैं।
शहर में पूर्वांचल के करीब 40 हजार लोग रह रहे हैं। 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक छठ पूजा मनाई जाएगी। चार दिन पूर्वांचल के लोग अपने परिवार की सलामी और आगे बढ़ाने के लिए व्रत रखेंगे।
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ऐसे चलेगा व्रत
- 31 अक्टूबर : नहाय-खाय के दिन अरवा चावल, चने की दाल एवं कद्दू की सब्जी बनाई जाएगी। व्रतियों के प्रसाद ग्रहण करने के बाद ही परिवार के अन्य लोग भोजन करेंगे।
- 1 नवम्बर : दिनभर उपवास रखकर सायंकाल सूर्य भगवान को पूजा करके खीर और पूरी का भोग लगाकर हवन किया जाएगा।
- 2 नवम्बर : सुबह से लेकर दिन भर अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे। सायंकालीन अस्ताचलगामी सूर्य को तालाब या नदी में अर्घ्य देंगे। अर्घ्य में प्रसाद के रूप में ठेंकूवा, ईख, गुना, मौसमी फल, सीताफल, मूली, हल्दी, अदरक, सोने-चांदी, पीतल एवं बांस (छाज-सूप) में रखकर अर्घ्य देंगे।
- 3 नवम्बर : उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
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यहां-यहां मुख्य घाट
शहर में अनेक जगह पर घाट बनाकर पूजा की जाती है। पूर्वांचल समितियों की तरफ से मुख्य रूप से जिदल पार्क, मिर्जापुर रोड स्थित गवर्नमेंट कालोनी, आजाद नगर स्थित राजगढ़ रोड नहर, सातरोड नहर, जिदल स्कूल रोड पर बने घाट, सेक्टर 1-4 माइनर आदि जगह पर घाट बनाया जाता है। इसके अलावा शहर में काफी जगह पर करीब 25 घाट तक बनाए जाते हैं जहां लोग पूजा करते हैं।
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छठ पूजा को लेकर व्रती भगवान सूर्य को जल अíपत करेंगे। जिदल पार्क में बने सरोवर में पानी भरने का काम चल रहा है। यहां पर 11 लाख ज्योतों के साथ महाआरती की जाएगी। समिति की तरफ से सभी इंतजाम किए जा रहे है।
- मुरलीधर पांडेय, महासचिव, पूर्वांचल जन कल्याण संगठन समिति -------------
छठ में नहाय-खाय का विशेष महत्व
छठ में नहाय-खाय का विशेष महत्व है। इस दिन व्रती अपने शरीर, वस्त्र एवं घर की शुद्धता का विशेष ध्यान रखते हैं। प्रात: से ही व्रतियों के गंगातट या सरोवर पर नहाने का सिलसिला शुरू हो जाता है।
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शहर में पूर्वांचल 40 हजार से ज्यादा पूर्वांचल के लोग हैं। 25 से ज्यादा घाट बनाए जाते है। प्रशासन से मिलकर छठ पूजा को लेकर इंतजाम करवाने का प्रयास रहेगा।
- सुजीत कुमार, संस्थापक, पूर्वांचल छठ सेवा समिति, आजाद नगर।