बिना चारे के तिल-तिल मर रहे हैं नंदीशाला में छोड़े गये 300 पशु
संवाद सहयोगी, हांसी : शहर की सड़कों व गलियों में बेसहारा घूम रहे पशुओं के लिये बाड़े की व्यवस्था किये
संवाद सहयोगी, हांसी : शहर की सड़कों व गलियों में बेसहारा घूम रहे पशुओं के लिये बाड़े की व्यवस्था किये जाने की भारी मांग के बाद आखिरकार प्रशासन ने मार्केट कमेटी के मैदान में पशुओं के रहने के लिए स्थान तो निर्धारित कर दिया लेकिन 6 महीने बीत जाने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा इन पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था तक नहीं की गयी है। इस नंदीशाला में छोड़े गये 300 पशुओं में से चारे व अन्य सुविधाओं के अभाव में अनेक पशु दम तोड़ चुके हैं। शहर के समाजसेवी नरेश लोहिया ने प्रदेश सरकार व प्रशासन से इन पशुओं के लिए चारा उपलब्ध करवाये जाने की मांग की है।
लोहिया ने कहा कि बड़सी गेट के बाहर मार्केट कमेटी के खुले मैदान में प्रशासन ने पिछले वर्ष नंदीशाला का निर्माण करवाया था जिसमें करीब 300 नंदी हैं। विडंबना है कि नंदीशाला के लिए स्थान निर्धारित करने के बाद पशुओं के लिए चारे की कोई व्यवस्था तक नहीं की गई। शहर के दानी सज्जनों की मदद से अब तक नन्दी शाला में रह रहे नन्दियों के चारे का इंतजाम हो रहा था लेकिन पिछले काफी दिनों से पूरा चारा ना मिलने की वजह से पशु काफी आहत है। नंदीशाला में चारे की व्यवस्था के लिए एसडीएम व नगर परिषद के चेयरपर्सन व कार्यकारी अधिकारी से कई बार मांग की जा चुकी है लेकिन अभी तक चारे का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। इतना ही नहीं, इस नंदीशाला में अव्यवस्थाओं के चलते कई पशु अकाल मौत का शिकार भी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस समस्या के बारे में वार्ड नंबर 9 के पार्षद से समाधान की मांग करने पर पार्षद अनिल बंसल ने पशुओं के चारे के लिए 21 हजार रुपये की राशि दी है लेकिन जब तक प्रशासन नंदीशाला में चारे की स्थायी व्यवस्था नहीं करेगा, तब तक नंदीशाला में छोड़े गये इन पशुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।