गण के तंत्र: मुसीबत में 30 संस्थाएं हुई एक, 24 लाख लोगों का 46 दिन तक भरा पेट
जागरण संवाददाता हिसार 10 माह पहले कोरोना वायरस ने समूचे देश को लॉकडाउन की जंजीरो
जागरण संवाददाता, हिसार : 10 माह पहले कोरोना वायरस ने समूचे देश को लॉकडाउन की जंजीरों में बांध दिया था। अर्थव्यवस्था के पहिए रूके तो रोजाना कमाने वालों को रोजीरोटी के लाले पड़ गए। इस घड़ी में हिसार में यूं तो हर संस्था ने अपने-अपने स्तर से मदद के हाथ बढ़ाए मगर शहर की 30 संस्थाओं ने 46 दिन तक 24 लाख लोगों को सुबह-सायं भरपेट भोजन कराया। सिर्फ यह नहीं बल्कि उच्च गुणवत्ता का भोजन मुहैया कराया। इस आधार पर करीब 52 हजार लोगों के लिए प्रतिदिन दोनों पहर का भोजन बनाना और वितरण करना एक बड़ी चुनौती था। नगर निगम व प्रशासन ने ऐसा प्रबंधन किया कि 46 दिन तक एक विवाद भी सामने नहीं आया।
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भोजन निर्माण व वितरण का यह था रोडमैप
शहरी स्थानीय निकाय के चीफ इंजीनियर रामजी लाल बताते हैं कि लोगों की मदद के लिए कई संस्थाएं अपने-अपने स्तर से शुरुआत में प्रयास करने लगी थी। जब यह व्यवस्था अव्यवस्थित होने लगी तो नगर निगम ने सभी संस्थाओं को बुलाकर उनमें से 30 संस्थाओं को यह जिम्मेदारी दी। प्रत्येक संस्था के भोजन निर्माण केंद्र और वितरण केंद्र पर नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों को तैनात किया गया। एक-एक जरूरतमंद तक खाने के पैकेट पहुंचे यह जिम्मेदारी नगर निगम के पास ही थी। इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर पर फोन आने पर भी लोगों को अलग से मदद की जाती रही।
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हर दिन चढ़ाई सवामणि
श्रीकृष्ण गोशाला में सामाजिक लोगों ने बिना अपना नाम आगे आए हर दिन देसी घी में सवामणि का प्रसाद बनवाया और सड़क से गुजरने वाले लोगों को वितरण कराया। सिर्फ यह नहीं बल्कि जरूरतमंदों को भी भोजन के पैकेट भिजवाए गए। इस प्रबंधन में एक-एक पैकेट और किस केंद्र पर कितने पैकेट वितरित किए इसका भी रिकार्ड मैंटेन किया गया। इसके साथ ही सुदूर राज्यों से फंसे लोगों को जब ट्रेन से उनके घर भेजा गया तो उनकी खुशी का कारण भी प्रशासन की यही व्यवस्थाएं बनी। उनके बच्चों को खिलौने और भोजन पानी देकर रवाना गया है। सेवाभाव की यह खुशी पहले नहीं दिखी। यही कारण था कि प्रदेश सरकार ने हिसार को इस व्यवस्था के लिए सम्मानित भी किया।
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पांच वार्डों में बांटा गया शहर
इस व्यवस्था के तहत शहर के 20 वार्ड को पांच जोन में बांटा गया था। इसमें बुधला संत मंदिर, गुरुद्वारा श्रीसिंह सभा, मॉडल टाउन गुरुद्वारा, संत निरंकारी भवन, श्रीहरियाणा कुरुक्षेत्र गोशाला, भाभड़ा गुरुद्वारा डोगरान मुहल्ले, मा वैष्णों सेवा समिति पटेल नगर, श्रीश्याम मिलन परिवार, बिश्नोई मंदिर सभा, दि ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन, खाटू श्याम सोसायटी, पड़ाव कुम्हारान धर्मशाला, खाटू श्याम जवाहर नगर आदि संस्थाएं शामिल रहीं।