परीक्षा में 26 प्रश्न गलत, परिणाम बताया नही, पर्सनल मेल भेज हो गया साक्षात्कार
हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन नौकरी की आस लगाए बैठे अभ्यर्थियों के साथ एक के बाद एक खेल कर रहा है। विभिन्न परीक्षाओं में प्रश्नों के गलत उत्तर रिकमंड करने वाला एचपीएससी फिर विवादों में है।
जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन नौकरी की आस लगाए बैठे अभ्यर्थियों के साथ एक के बाद एक खेल कर रहा है। विभिन्न परीक्षाओं में प्रश्नों के गलत उलार रिकमंड करने वाला एचपीएससी फिर विवादों में है। प्रदेश के विभिन्न कालेजो में असिस्टेंट प्रोफेसर लगाने के लिए एचपीएससी ने परीक्षा ली। लेकिन परीक्षा में 26 प्रश्न गलत थे। एक साल बाद एचपीएससी ने कुछ लोगों को पर्सनल मेल भेजकर साक्षात्कार के लिए बुला लिया। जबकि बाकि अभ्यर्थियों को न ये बताया गया कि उनके कितने अंक हैं और 26 गलत प्रश्नों का क्या हुआ।
इससे पहले सितंबर 2016 में हुई यही परीक्षा 12 प्रश्न गलत होने के कारण एचपीएससी ने रद कर दी थी। पीडि़त अभ्यर्थियो जोगेद्र, श्यामसुंदर, बुलकेश, मनीषा, बलविंद्र, दीपक, रेखा, विनीता, मुस्कान आनंद कुमारी, राजेश, नवीन, अजय आदि का कहना है कि अब इस मामले को लेकर वो हाई कोर्ट की शरण लेंगे।
प्रदेश के विभिन्न कालेजो में फिजिक्स विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर लगाने के लिए एचपीएससी द्वारा 29 जनवरी 2017 को परीक्षा ली गई थी। 100 अंकों की हुई इस परीक्षा में 100 प्रश्न थे। विद्यार्थियों ने सवाल उठाया कि इन प्रश्नों में से 26 प्रश्न गलत हैं। एचपीएससी ने प्रेजेंटेशन मांगी तो तीन दिनों में ही बहुत से अभ्यर्थियों ने मेल के माध्यम से अपनी प्रेजेंटेशन दे दी। इसके बाद करीब एक साल तक इस विषय का न रिजल्ट आया और न ही इसकी कोई सूचना दी गई। जबकि इस बीच दूसरे विषयों के लिए परीक्षाएं भी हुईं, रिजल्ट भी आए और प्रतिभागियों का चयन भी हो गया।
इधर, 2 जनवरी 2018 को एचपीएससी ने अचानक रिजल्ट की घोषणा की। लेकिन किसी को ये नही बताया कि किसको कितने अंक मिले और कौन चयनित हुआ। अभ्यर्थियों को व्यक्तिगत तौर पर मेल भेजकर उन्हें डॉक्युमेट जमा करवाने के लिए 15 दिन का समय दिया गया। इसके बाद 2 से 7 फरवरी के बीच साक्षात्कार भी ले लिए गए। वही दूसरी तरफ अभ्यर्थी अभी तक अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।
प्रश्न गलत थे तो क्यूं नही हुआ पेपर कैसिल
अभ्यर्थियों ने बताया कि पहले 4 सितंबर 2016 को परीक्षा हुई थी। लेकिन उसमें 12 प्रश्न गलत थे। ऐसे में एचपीएससी ने श्वेत पत्र देते हुए कहा कि 10 से अधिक प्रश्न गलत होने के कारण यह परीक्षा रद कर रहे हैं। इसके बाद दिसंबर में यह परीक्षा रद कर दी गई। अब विद्यार्थियों ने सवाल उठाया कि जब पिछली बार 12 प्रश्न गलत होते हुए भी परीक्षा रद कर दी थी। तो इस बार 26 प्रश्न गलत होने पर भी परीक्षा कैसिल क्यूं नही की गई। एचपीएससी ने एक साल बाद उन्हें अंक बताए बिना ही जल्दबाजी दिखाते हुए कुछ लोगों को पर्सनल मेल भेजकर साक्षात्कार के लिए बुला लिया।