हांसी में लोकसभा चुनावों से 2.32 फीसद हुए मतदान, सुबह धीमी गति से चले मतदान ने शाम को पकड़ी रफ्तार
हांसी देश के 17वें लोकसभा चुनावों में हिसार लोकसभा से सांसद चुनने के लिए
संवाद सहयोगी, हांसी : देश के 17वें लोकसभा चुनावों में हिसार लोकसभा से सांसद चुनने के लिए हांसी उपमंडल में 1 लाख 29 हजार 771 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उपमंडल में कुल मतदान 72.24 फीसद दर्ज किया गया है जो कि बीते 2014 लोकसभा चुनावों से इस बार 2.32 फीसद कम है।
रविवार को मतदान प्रक्रिया शुरू होने के बाद सुबह मतदान की रफ्तार धीमी रही लेकिन शाम को बड़ी संख्या में मतदाता मतदान करने के लिए बूथों पर पहुंचे। हालांकि लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग व सरकार ने अथाह प्रयास किए थे। बावजूद इसके चुनाव आयोग मतदाताओं को मतदान बूथों तक खींचने में पिछले चुनावों की अपेक्षा सफल नहीं हो पाया। हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले 26 उम्मीदावरों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। मतदान पूरा होने के बाद प्रत्याशियों ने हार-जीत के आंकलन को लेकर बूथ वाईज आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं।
बता दें कि हांसी उपंमडल में करीब 1.79 लाख मतदाता हैं जिनमें से 1 लाख 29 हजार 771 मतदाताओं ने हिसार का सांसद चुनने के लिए अपना वोट दिया। हांसी उपमंडल में 193 मतदान बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हो गया व किसी प्रकार की हिसा की सूचना नहीं मिली। हालांकि एक दो बूथों पर फर्जी मतदान की छिटपुट शिकायतें मिली जिसे चुनाव अधिकारियों ने मौके पर जाकर सुलझा लिया। रविवार को दोपहर के समय धूप निकलने से गर्मी बढ़ गई जिससे कई बूथों पर मतदाताओं का आगमन कम हो गया लेकिन शाम होते-होते बूथों पर मतदाताओं की एकाएक भीड़ बढ़ गई और लोगों ने कतारों में लगकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बूथ नंबर 54 पर देर शाम साढे़ 7 बजे तक चला मतदान
डडल पार्क पर स्थित बूथ नंबर 54 में देर शाम तक मतदान चला। शाम छह बजे के बाद मतदान केंद्र के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया। छह बजे के बाद भी इस केंद्र में करीब 200 लोग कतारों में लगे हुए थे। हालांकि इस बूथ पर किसी प्रकार की गड़बड़ी व हिसा की शिकायत नहीं मिली लेकिन फिर भी पूरा दिन तक इस बूथ पर लंबी कतारें लगी रही।
कई मतदाता गर्मी के बावजूद कतारों में लगे रहे व लंबे इंतजार के बाद कई मतदाता अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल किए बैगर ही वापस लौट गए। कतारों में लगे मतदाताओं व बूथ एजेंटों ने पोलिग पार्टियों पर धीमी गति से मतदान करवाने का आरोप लगाया।