रिश्ते शर्मसार : फुफेरे भाई ने 14 साल की बहन को किया गर्भवती, अब अपनाने से इन्कार
रोहतक में एक युवक ने नाबालिग से दुष्कर्म कर दिया। राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन प्रतिभा सुमन के ऑफिस में पहुंची 14 साल की नाबालिग लड़की ने कहा मैडम मुझे इंसाफ चाहिए है।
रोहतक [विनीत तोमर] मैडम मैं कहां जाऊं, मेरे ही रिश्तेदारों ने मुझे हवस का शिकार बनाया। इनका बच्चा मेरी कोख में पल रहा है। मैं सात माह की गर्भवती हूं। अब मेरी ङ्क्षजदगी कैसे कटेगी। पुलिस को शिकायत तो कर दी, लेकिन आरोपित अभी भी खुले घूम रहे हैं, जो लगातार धमकी दे रहे हैं। मुझे इंसाफ दिला दो, नहीं तो मैं मर जाऊंगी। यह दुखभरी दास्तां वीरवार को राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन प्रतिभा सुमन के ऑफिस में पहुंची 14 साल की नाबालिग लड़की ने बताई। जिसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे।
मूलरूप से हांसी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक नाबालिग लड़की दोपहर के समय अपने माता-पिता के साथ उनके ऑफिस में पहुंची। उसने बताया कि पड़ोस में ही उसकी बुआ का घर है। पिछले साल नवंबर माह में वह अपनी बुआ के घर गई थी। उस समय केवल बुआ का लड़का वहां पर था, जिसने कोल्ड ङ्क्षड्रक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। जब उसे होश आया तो आरोपित ने धमकी दी कि वह उसे जान से मरवा देगा। इसके बाद जुलाई माह तक कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान पीडि़ता को पेट में दर्द हुआ तो आरोपित ने अपने ही परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर उसका अर्बाशन कराने का प्रयास किया।
सात माह की गर्भवती होने की वजह से डॉक्टरों ने मना कर दिया। आरोप है कि फूफा ने भी उसके साथ गलत हरकत की। पीडि़ता के परिवार के लोगों को भी इसका पता चला। विरोध करने पर पीडि़ता के फूफा ने कहा कि वह अपने बेटे से शादी करा देगा। फिर कोई कार्रवाई मत करना। बाद में फूफा ने शादी कराने से मना कर दिया कि नाबालिग के पेट में उसके बेटे का बच्चा नहीं है। तब जाकर यह मामला हांसी पुलिस तक पहुंचा और 12 अगस्त को आरोपितों पर केस दर्ज कर लिया।
बाल संरक्षण आयोग और सीडब्ल्यूसी में भेजा गया केस : प्रतिभा सुमन
इस पूरे मामले के लिए चेयरपर्सन प्रतिभा सुमन का कहना है कि उनके पास यह मामला आया है। नाबालिग के साथ कई लोगों ने गलत काम किया है। उसके फूफा की भूमिका भी संदिग्ध है। जब पीडि़ता को होश आया तब तक उसके साथ दुष्कर्म हो चुका था। ऐसे में दुष्कर्म करने में कौन-कौन शामिल रहा यह डीएनए से पता चलेगा। यह मामला बेहद संगीन है। सात माह की गर्भवती होने की वजह से अर्बाशन नहीं कराया जा सकता। फिलहाल मामला बाल संरक्षण आयोग और सीडब्ल्यूसी हिसार भेजा गया है। हांसी पुलिस से भी इस बारे में जानकारी ली जाएगी कि आरोपितों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा।