104 वर्ष की सुखमी देवी ने चार पीढिय़ों को साथ डाला वोट, फिर ली सेल्फी
सुखमी देवी ने कहा कि वोट देना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है और ईमानदार नेता को वोट देना चाहिए। उन्होंने अपने परिवार के लोगों से कहा कि जिसे जो उम्मीदवार सही लगे उसे ही वोट देना।
हांसी/हिसार, जेएनएन। नाम सुखमी देवी, गांव ढाणा खुर्द व उम्र 104 साल, बुढ़ापे में पैरों से चला नहीं जाता व कानों से पूरी तरह सुनाई नहीं देता। लोकसभा चुनावों में मतदान करने का उत्साह इतना कि अपने परिवार की चार पीढिय़ों को लेकर सुखमी देवी मतदान करने बूथ पर पहुंची।
सुखमा ने अपने दोनों बेटों, उनकी पत्नियों तथा पोतों व उनकी पत्नियों के साथ मतदान किया। सुखमी देवी के बेटे रामेश्वर ने बताया कि उनकी माता अंग्रेजों के शासन काल से मतदान कर रही है। उस समय केवल बड़े जमींदारों व शिक्षितों को ही मताधिकार था। सुखमी देवी ने कहा कि वोट देना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है और ईमानदार नेता को वोट देना चाहिए। उन्होंने मतदान से पूर्व बाकायदा अपने परिवार के लोगों से कहा कि जिसे जो उम्मीदवार सही लगता है उसे ही वोट देना।
101 साल की रेखवती ने पोते के साथ किया मतदान
हांसी के चौपटा बाजार क्षेत्र निवासी 101 वर्षीय रेखवती ने भी अपने मताधिकाार का प्रयोग किया। रेखावती ने कहा कि वो लंबे अरसे से मतदान करती आ रही हैं और उन्होंने आजादी से पहले से लेकर अब तक हर चुनाव में मतदान किया है। रेखवती का कहना है कि मतदान करने से ही देश महान बनेगा। जब तक जनता सही नेता को नहीं चुनेंगी तब तक देश तरक्की नहीं कर सकता है। हांसी की पंचायती धर्मशाला के बूथ नंबर 71 पर रेखवती ने रविवार को अपने पोते अभिषेक शर्मा के साथ जाकर मतदान किया।
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