महिला सशक्तीकरण : एक कदम महिला स्वावलंबन की तरफ
गढ़ी बाजिदपुर व खेड़ला गांव की महिलाओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत स्वावलंबी बनाया जाएगा। सोहना खंड के इन दो गांवों का इस योजना के तहत चयन किया गया है।
महावीर यादव, बादशाहपुर
गढ़ी बाजिदपुर व खेड़ला गांव की महिलाओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत स्वावलंबी बनाया जाएगा। सोहना खंड के इन दो गांवों का इस योजना के तहत चयन किया गया है। बृहस्पतिवार से इन गांव में महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बनाने का काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ग्रामीण जरूरतमंद परिवारों को मुख्यधारा में लाने के लिए योजना शुरू की है। इस योजना को एनआरएलएम का नाम दिया गया है। योजना के तहत सोहना खंड के खेड़ला व गढ़ी बाजिदपुर गांवों को महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए चुना गया है। स्वयं सहायता समूह बनाने के बाद इन महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। एक गांव में 8 से 10 समूह बनाए जाएंगे। सभी समूहों में 10 से 12 महिलाएं शामिल होंगी। उसके बाद इन महिलाओं को रूडसेट की तरफ से स्वयं का रोजगार चलाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें महिलाएं अचार, पापड़, बिस्कुट, दलिया व जेम आदि बनाने का काम शुरू कर सकती हैं। इन महिलाओं के उत्पादों की बिक्री के लिए सरस मेले का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा इन उत्पादों को बेचने के लिए सरकार की तरफ से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाती है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत खेड़ला व गढ़ी बाजिदपुर में स्वयं सहायता समूह बनाए जाने हैं। इसके लिए दोनों गांव के सरपंचों के साथ बैठक कर प्रारूप तैयार कर लिया गया है। गांव की कोई भी महिला इन स्वयं सहायता समूह में सदस्य बन सकती है।
- गुलशन कुमार, फील्ड ऑफिसर, सोहना खंड
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत सभी गांवों में महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बनाए जाएंगे। अभी सोहना खंड में गढ़ी बाजिदपुर व खेड़ला गांव को चुना गया है।
- दीप्ति ढींडसा, जिला प्रबंधक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन