उद्यमियों ने पूछा, आइडीसी क्षेत्र में आखिर कौन कराएगा विकास कार्य
लंबे समय से महरौली रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र आइडीसी में विकास कार्य नहीं होने से यहां के उद्यमी काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि एक वैध औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद सरकारी स्तर पर लंबे समय से यहां विकास कार्य नहीं कराए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: लंबे समय से महरौली रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र आइडीसी में विकास कार्य नहीं होने से यहां के उद्यमी काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि एक वैध औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद सरकारी स्तर पर लंबे समय से यहां विकास कार्य नहीं कराए जा रहे हैं। इससे बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी चुनौतियां गहराती जा रही हैं। इस क्षेत्र के उद्यमियों का एक ही सवाल है कि आखिर यहां विकास कार्य कौन कराएगा। इसे प्रदेश सरकार द्वारा जल्द से जल्द तय किया जाए।
बता दें कि हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एचएसआइआइडीसी) द्वारा कुछ माह पहले इस क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने की योजना बनाई गई थी। मगर बाद में यहां विकास कार्य कराने से एचएसआइआइडीसी ने यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि इस क्षेत्र से नगर निगम द्वारा संपत्ति कर वसूला जाता है। ऐसे में वह यहां क्यों काम कराएं। आइडीसी क्षेत्र में ढाई सौ से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं। इन सभी को बुनियादी सुविधाओं के अभाव से जूझना पड़ रहा है। इस क्षेत्र की आंतरिक सड़कें टूटी हुई हैं। सीवर लाइन हमेशा चोक रहती है। जल्द से जल्द यहां सीवर और पानी की नई लाइन डालने की जरूरत है। बरसाती पानी निकासी को लेकर कोई ठोस व्यवस्था नहीं है।
आइडीसी क्षेत्र की सड़कों और पार्क में अतिक्रमण है। पार्किग की कोई सुविधा नहीं है। स्थानीय उद्यमियों द्वारा प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन व नगर निगम से लगातार यहां बुनियादी सुविधाएं देने की मांग की जा रही है। मगर आज तक कुछ नहीं हुआ। इस क्षेत्र की हालत लावारिस जैसी हो गई है। पिछले 53 साल पहले जो बुनियादी सुविधाएं आइडीसी क्षेत्र में दी गई थी आज तक वही है। जो अब नाकाफी हो गई है। प्रदेश सरकार को इस मामले में गौर करना चाहिए। यह बड़ी हैरान करने वाली बात है कि आइडीसी क्षेत्र में विकास कार्य कौन कराएगा यह तय नहीं है। एचएसआइआइडीसी और नगर निगम दोनों ने यहां बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने से अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। इस मामले में प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द कोई ठोस निर्णय लेना होगा।
जेएन मंगला, अध्यक्ष, गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन आइडीसी क्षेत्र में मैं वर्ष 1967 से औद्योगिक इकाई का संचालन कर रहा हूं। उस दौरान जो भी सुविधाएं दी गई थीं आज भी स्थिति वही है। अब यहां औद्योगिक इकाइयों की संख्या बढ़ गई। यहां काम करने वाले अधिक हो गए। ऐसे में पुरानी बुनियादी सुविधाएं नाकाफी हो गईं हैं। इस पर गौर करने की जरूरत है।
सुरेश अग्रवाल, प्रबंध निदेशक, बालाजी कार्प