दो साल बाद भी शुरू नहीं हो सके नगर निगम के विवेकानंद पुस्तकालय
संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: नगर निगम द्वारा डीएलएफ फेज 1, 2, 3 व चकरपुर गांव के सामुदायिक
संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: नगर निगम द्वारा डीएलएफ फेज 1, 2, 3 व चकरपुर गांव के सामुदायिक भवन में खोले गए विवेकानंद पुस्तकालयों का दो साल बाद भी उद्घाटन नहीं हो पाया है। दिसंबर 2015 से तैयार इन पुस्तकालयों में किताबों पर भी धूल जम चुकी है। वरिष्ठ नागरिकों का पुस्तकालय फायदा आज तक नहीं मिल सका। बृहस्पतिवार को नगर निगम सदन की बैठक में भी वार्ड 34 के पार्षद आरएस राठी ने यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। ऐसे खुले पुस्तकालय
नवंबर 2015 में नगर निगम ने डीएलएफ फेज 1, 2, 3 व चक्करपुर गांव के सामुदायिक भवनों में वरिष्ठ नागरिक, बच्चे व महिलाओं को देखते हुए पुस्तकालयों की स्थापना की। सभी पुस्तकालयों में 2500-2500 से अधिक किताबें हैं। इसके अलावा ये पुस्तकालय सभी सुख-सुविधाओं से लैस हैं। नगर निगम ने इन्हें विकसित करने में लगभग 5 लाख रुपये से अधिक खर्च किए। निगम ने दिया था आरडब्ल्यूए को टेंडर
निगम ने टेंडर प्रकिया के तहत डीएलएफ फेज एक पुस्तकालय को डीएलएफ कुतुब एनक्लेव आरडब्ल्यूए व फेज तीन पुस्तकालय को डीएलएफ फेज तीन आरडब्ल्यूए को आगे के रख-रखाव के लिए दिया था लेकिन आज तक इसकी शुरुआत नहीं हो पाई, फेज दो पुस्तकालय का टेंडर भी नहीं हो पाया है। मुफ्त में दिया जा रहा वेतन
दिसंबर 2015 में पुस्तकालय खुलने से लेकर आज तक आधिकारिक तौर पर पुस्तकालय शुरू किए बिना ही चार लोगों को वेतन भी दिया जा रहा है। दो साल से अधिक का समय बीत गया, किताबों पर धूल जम रही है, जनता की पैसे की बर्बादी हो रही है लेकिन पुस्तकालय अभी तक चालू नहीं हुए।
- सुनील गोस्वामी, निवासी डीएलएफ फेज एक लगातार दो-तीन साल मेहनत करने के बाद निगम के सहयोग से ये पुस्तकालय खुले लेकिन अब तैयार होने के बाद तीन साल बीतने को है लेकिन ये जनता के लिए शुरू नहीं हो सके।
- सुमित भास्कर, महासचिव डीएलएफ कुतुब एनक्लेव आरडब्ल्यूए पुस्तकालय तैयार होने से लेकर अब तक इसे शुरू करने के लिए दर्जनों बार यह मुद्दा सदन की बैठक में उठाने के साथ-साथ लिखित में दे चुके है लेकिन अभी तक इन्हें शुरू नहीं किया गया।
-आरएस राठी, निगम पार्षद वार्ड 34