जेल भेजे गए युवकों की रिहाई के लिए ग्रामीणों ने की पंचायत
संवाद सहयोगी, सोहना: फिल्म पद्मावत के विरोध प्रदर्शन में हिंसा मामले को लेकर आरोपी बनाए गए बा
संवाद सहयोगी, सोहना: फिल्म पद्मावत के विरोध प्रदर्शन में हिंसा मामले को लेकर आरोपी बनाए गए बालिग व नाबालिगों को पुलिस द्वारा जेल भेजे जाने के विरोध में रविवार को गांव भोंडसी में पंचायत की गई। पंचायत में फैसला लिया गया कि दो दिन में गृहमंत्री राजनाथ ¨सह से मुलाकात की जाएगी साथ ही मुख्यमंत्री मनोहरलाल से भी दोबारा मिलेंगे, जिसके लिए ग्रामीणों ने एक प्रतिनिधि मंडल भी बनाया है। पंचायत में यह निर्णय भी लिया गया कि अगर सरकार या पुलिस प्रशासन की ओर से न्याय नहीं मिलता है तो राजपूत समाज शांतिपूर्वक तरीके से चौबीसी की पंचायत कर सरकार व प्रशासन के विरोध में अभियान भी चलाएगा।
ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस द्वारा ऐसे बच्चों को भी पकड़ा गया है जो स्कूल व कॉलेजों में पढ़ते हैं और आगजनी व तोड़-फोड़ के वक्त मौके पर मौजूद भी नहीं थे । घटना के बाद वे इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से भी मिले थे जहां से आश्वासन मिलने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया और घटना के बीस दिन बीत जाने के बाद भी बच्चे सलाखों के पीछे हैं।
ज्ञात हो कि फिल्म पद्मावत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान गुरुग्राम-सोहना रोड पर गांव भोंडसी के निकट कुछ उपद्रवियों ने रोडवेज बस में आग लगा दी थी, साथ ही एक स्कूल की बस व पुलिस पर पथराव किया। इस मामले में 18 युवकों पर विभिन्न धाराओं में आपराधिक मामला दर्ज कर जेल भेज दिया था, जिनमें 15 युवक गांव भोंडसी के रहने वाले हैं। पंचायत की अध्यक्षता सूबेदार ओमप्रकाश ¨सह ने की और भजपा नेता अरिदमन सिहं बिल्लू, जिला राजपूत सभा के अध्यक्ष सतेंद्र ¨सह चौहान, पूर्व जिलाध्यक्ष जतनबीर ¨सह राघव, पंच रामकिशन, नंबरदार भागीरथ राघव, पूर्व सरपंच राजकपूर, दीपक राघव, वेदपाल, सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने हिस्सा लिया।