विजय दिवस : बांग्लादेश के जन्म में जिले के 34 सैनिकों ने दी थी शहादत
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : बांग्लादेश के जन्म में जिले के 34 सैनिकों ने भी अपनी शहादत दी
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : बांग्लादेश के जन्म में जिले के 34 सैनिकों ने भी अपनी शहादत दी थी। तीन दिसंबर 1971 से 16 दिसंबर 1971 तक चली लड़ाई के दौरान पूरे देश से 3900 जवान शहीद हुए थे। दस हजार से अधिक जवान घायल हुए थे। अंतिम दिन 93 हजार पाक सैनिकों के आत्मसमर्पण के बाद लड़ाई बंद हुई थी। हर साल 16 दिसंबर को जहां बांग्लादेश अपना स्थापना दिवस मनाता है वहीं भारत में इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
शनिवार को शहर में कई जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सिविल लाइंस स्वतंत्रता सेनानी भवन में जिला प्रशासन की ओर से समारोह का आयोजन किया गया। सबसे पहले जिला उपायुक्त विनय प्रताप ¨सह ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि आज के दिन उन शहीदों को याद करके भावी पीढि़यों को उनकी गौरवशाली वीर गाथा से अवगत कराया जाता है। यह दिवस शहीदों की महान उपलब्धि और उनके संघर्ष, योगदान व बलिदान की याद दिलाता है। शहीदों को याद करने से युवा पीढ़ी में देशभक्ति का जज्बा पैदा होता है। जिला सैनिक बोर्ड के सचिव ¨वग कमांडर (रिटा.) एनसी शर्मा ने कहा कि सन 1971 के भारत-पाक युद्ध में आज ही के दिन पाकिस्तानी सेना के 93 हजार सैनिकों ने अपने कमांडर के नेतृत्व में आत्मसमर्पण किया था। इसके बाद युद्ध समाप्त हो गया था। समारोह में मेजर जनरल (रिटा.) सतबीर ¨सह, नगर निगम के डीआरओ विजय यादव, कर्नल (रिटा.) धर्मवीर, कर्नल (रिटा.) आरके शर्मा, जिला सैनिक बोर्ड से सूबेदार (रिटा.) बिजेन्द्र ¨सह ठाकरान, सूबेदार मेजर (रिटा.) सुखवीर ¨सह, सूबेदार (रिटा.) सज्जन ¨सह, सूबेदार (रिटा.) रामपाल यादव, देवीलाल, राजबीर, अवतार ¨सह भांभू, महेंद्र ¨सह झाड़सा, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति से जिला अध्यक्ष कपूर ¨सह दलाल, लेखराज ¨सह राघव आदि शामिल हुए।