एक साल में 634 जगहों पर पकड़ी बिजली चोरी
बिजली निगम के अधिकारी बिजली चोरों पर नजर रखने लगे हैं।
महावीर यादव, बादशाहपुर
बिजली निगम के अधिकारी बिजली चोरों पर नजर रखने लगे हैं। बिजली निगम की विजिलेंस टीम ने एक साल के दौरान 634 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ 616 लोगों के खिलाफ बिजली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया गया। निगम ने करीब 10 करोड़ रुपये की जुर्माना राशि इन बिजली चोरों पर लगाई। खास बात यह रही कि विजिलेंस टीम ने पूरे साल के दौरान बिजली चोरी की जुर्माना राशि 14 करोड़ 32 लाख रुपये वसूले, जिसमें विगत साल की राशि शामिल है।
बिजली निगम ने जगमग योजना शुरू कर उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली मुहैया कराई। जगमग योजना शुरू होने के बाद बिजली निगम के अधिकारी बिजली चोरी रोकने के प्रति भी गंभीर हो गए। बिजली निगम के सीएमडी के रूप में आइपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर ने कार्यभार संभाला तो उन्होंने बिजली निगम के अधिकारियों को लाइन लॉस कम करने के स्पष्ट आदेश दिए। बिजली निगम के सूत्रों के मुताबिक 35 से 40 फीसदी लाइन लॉस है। बिजली निगम के सीएमडी शत्रुजीत कपूर इस लाइन लॉस को 8 से 10 फीसदी पर लाना चाहते हैं। बिजली निगम इस लक्ष्य को हासिल करने में काफी हद तक कामयाब भी हुआ है।
वर्ष 2019 में बिजली निगम की गुरुग्राम विजिलेंस यूनिट ने 966 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान 634 बिजली चोरी के केस पाए गए। इन बिजली चोरों पर 7.80 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसके साथ ही 306 स्थानों पर घरेलू कनेक्शन लेकर उसका कमर्शियल इस्तेमाल किया जा रहा था। ऐसे लोगों पर 1.90 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। विजिलेंस विभाग ने 616 लोगों के खिलाफ बिजली पुलिस थाना में एफआइआर दर्ज कराई।
विजिलेंस विभाग ने एक वर्ष के दौरान 14.32 करोड़ रुपये बिजली चोरों से वसूला। इसमें 9. 80 करोड़ रुपये तो 2019 में लगाई गई जुर्माना राशि है। इसके अलावा इस जुर्माना राशि में विगत वर्ष की जुर्माना राशि भी शामिल है। जो विजिलेंस की टीम ने रिकवरी की। बिजली निगम ने 10 बिजली चोरों पर तो 10 लाख से ऊपर की जुर्माना राशि लगाई है। 21 बिजली चोर ऐसे पकड़े गए जिन पर 5 लाख से 1 लाख रुपये तक की जुर्माना राशि लगाई गई। 462 बिजली चोरों पर 50 हजार से अधिक की जुर्माना राशि लगाई गई। बिजली चोरी करने वालों के साथ अब किसी प्रकार की रियायत नहीं बरती जाएगी। विजिलेंस टीम ने यह भी रिपोर्ट तैयार कर ली है कि किस-किस क्षेत्र में ज्यादा बिजली चोरी होती है। अपने सूत्रों के माध्यम से बिजली चोरों की सूची भी तैयार कर ली गई है। अब उन स्थानों पर छापेमारी अभियान शुरू किया जाएगा, जहां छापेमारी करके बिजली चोरी पकड़ी जाती है। उस पर भी टीम की विशेष निगाह रहती है कि वह दोबारा तो बिजली चोरी नहीं कर रहा है।
प्रवीण कुमार, कार्यकारी अभियंता, विजिलेंस विभाग (बिजली निगम)