कॉलेजों पर पड़ा दो युवा महोत्सव की तैयारी का भार
जिले के राजकीय कॉलेजों में युवा महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं।
सोनिया, गुरुग्राम
जिले के राजकीय कॉलेजों में युवा महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। लेकिन इस बार जिले के राजकीय कॉलेजों पर एक नहीं, बल्कि दो युवा महोत्सव की तैयारी करने का भार है। राजकीय कॉलेजों में संबद्धता को लेकर हुए बदलाव के चलते इस बार दो युवा महोत्सव में विद्यार्थी अपना हुनर दिखाएंगे। एक महोत्सव गुरुग्राम विवि द्वारा आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सों के प्रथम वर्ष के विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। दूसरा महोत्सव महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) द्वारा आयोजित होगा जिसमें स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सों के द्वितीय और तृतीय वर्ष के विद्यार्थी हिस्सा लेंगे।
दरअसल, प्रदेश सरकार और उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा नया सत्र 2019-2020 शुरू होने से पहले जिले के कॉलेजों को गुरुग्राम विश्वविद्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। इससे पहले जिले के कॉलेज मदवि से संबद्ध थे। ऐसे मे कॉलेजों का स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सों के द्वितीय और तृतीय वर्ष तो अभी भी मदवि से ही संबद्ध हैं लेकिन प्रथम वर्ष गुरुग्राम विवि से ही संबद्ध है।
महोत्सव को लेकर असमंजस में हैं कॉलेज
मदवि द्वारा जारी निर्देश के अनुसार जोनल युवा महोत्सव नौ, 10 और 11 नवंबर को रोहतक में होगा और इंटर जोनल 14, 15 और 16 नवंबर को आयोजित होगा। गुरुग्राम विवि द्वारा जारी निर्देश के अनुसार युवा महोत्सव 12,13 और 14 नवंबर को आयोजित होगा। ऐसे में कॉलेजों में असमंजस बना हुआ है कि वे किस युवा महोत्सव को प्राथमिकता दें।
राजकीय महाविद्यालय, सेक्टर-नौ के प्राचार्य डॉ. सत्यमन्यु यादव ने बताया कि युवा महोत्सव को लेकर प्रतिभा खोज कार्यक्रम आयोजित कर विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए प्रतिभागियों का चयन कर लिया गया है। इन चयनित प्रतिभागियों को एक्सपर्ट ट्रेनर्स द्वारा ट्रेनिग दी जा रही है, लेकिन समस्या युवा महोत्सव की तारीख को लेकर है। क्योंकि सभी प्रतियोगिताओं के ट्रेनर्स और प्राध्यापक प्रतिभागियों के साथ दोनों युवा महोत्सव में होने जरूरी हैं।
गुरुग्राम विवि का युवा महोत्सव 14 नवंबर तक चलेगा और इसी दिन रोहतक में मदवि द्वारा इंटर-जोनल प्रतियोगिता भी होनी है। ऐसे में सामंजस्य किस प्रकार होगा, कैसे प्राध्यापक एक साथ दो जगहों पर प्रतिभागियों के साथ हो पाएंगे। इस समस्या को लेकर कॉलेजों के प्राचार्यों द्वारा गुरुग्राम विवि के कुलपति को पत्र भेजा गया है। विवि की ओर से 24 अक्टूबर को कॉलेज प्राचार्यों की बैठक लेकर समस्या पर चर्चा की जाएगी।