फर्जी कॉल सेंटर चलाने का मुख्य आरोपित भी गिरफ्तार
माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम पर उद्योग विहार इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चलाने के एक अन्य आरोपित को बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम पर उद्योग विहार इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चलाने के मुख्य आरोपित को भी साइबर क्राइम थाना पुलिस ने बुधवार दोपहर दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान दिल्ली के द्वारका में रह रहे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के जवाहरपुरी निवासी विनीत शर्मा के रूप में की गई। इससे पहले सोमवार शाम दिल्ली के द्वारका निवासी अजय मिश्रा (विदेशी नाम सिमी), अंकित सक्सेना (विदेशी नाम जॉन), महिपालपुर निवासी मीरजिसान (विदेशी नाम जस्टिन) एवं गुरुग्राम के अशोक विहार निवासी अमरिश चौधरी (विदेशी नाम रोजर) को गिरफ्तार किया गया। इनमें से अजय मिश्रा एवं अमरिश चौधरी को एक दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। दोनों से पूछताछ में मुख्य आरोपित की पहचान की गई। पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि विनित, अजय एवं अभिषेक पार्टनर हैं।
उद्योग विहार में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर द्वारा की जा रही धोखाधड़ी की शिकायत माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के पास पहुंच रही थी। इस बारे में पुलिस आयुक्त कार्यालय में दो दिन पहले शिकायत दी गई। इसके बाद सहायक पुलिस आयुक्त (डीएलएफ) करण गोयल के नेतृत्व में टीम बनाकर उद्योग विहार फेज-तीन स्थित एक इमारत में छापेमारी की गई। उस दौरान चार लोग विदेशी ग्राहकों से बातचीत कर रहे थे। सभी से पूछताछ की गई तो सूचना सही पाई गई।
आरोपितों से पूछताछ के मुताबिक वे विशेष रूप से टेक्निकल सपोर्ट के नाम पर ठगी करते थे। सबसे अधिक अमेरिका के लोगों के साथ ठगी करते थे। बैंक एकाउंट तक हैक कर लेते थे। गिफ्ट कार्ड, आइ टयून्स कार्ड, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड आदि के नाम पर पैसे की वसूली करते थे। छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर से विदेशी ग्राहकों के मोबाइल नंबर, एटीएम कार्ड की जानकारी, ईमेल आइडी के साथ ही पैसों के लेन-देन की जानकारी भी मिली है। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि मुख्य आरोपित से पूछताछ से साफ होगा कि अमेरिकी की जिस कंपनी के साथ फर्जी कॉल सेंटर का तालमेल दिखाया गया है, उसके बारे में सच्चाई क्या है।