आवासीय क्षेत्र के लिए चुनौतियों के साथ अवसर वाला भी रहा वर्ष-2020
अवासीय क्षेत्र के लिए वर्ष-2020 चुनौतियों के साथ-साथ अवसर भी लेकर आया। इस क्षेत्र के दिग्गजों का कहना है कि कोविड-19 को लेकर जब लाकडाउन घोषित किया गया तो इस क्षेत्र की गतिशीलता थम गई। आवासीय निर्माण कार्य बंद हो गए।
यशलोक सिंह, गुरुग्राम अवासीय क्षेत्र के लिए वर्ष-2020 चुनौतियों के साथ-साथ अवसर भी लेकर आया। इस क्षेत्र के दिग्गजों का कहना है कि कोविड-19 को लेकर जब लाकडाउन घोषित किया गया तो इस क्षेत्र की गतिशीलता थम गई। आवासीय निर्माण कार्य बंद हो गए। उस समय ऐसा लग रहा था कि रिहायशी परियोजनाएं बीच में ही लटक जाएंगी और मार्केट में नई मांग का सृजन नहीं होगा, मगर ऐसा नहीं हुआ। कोरोना महामारी के दौरान भी रियल एस्टेट सेक्टर ने हार नहीं मानी। वह आगे बढ़ने की तैयारी में जुटा रहा। कठिनाई के बीच डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिकी के बल पर यह क्षेत्र नए ट्रेंड के साथ आगे बढ़ने लगा। आवासीय क्षेत्र में डिजिटल लांच, वर्चुअल प्रापर्टी इवेंट्स, अनलाइन लिस्टिंग, डाटा एनालिटिक्स व क्लाउड आधारित सेवाएं शुरू हुई। इसका असर यह रहा है कठिनाई के समय भी इस क्षेत्र की गति कहीं न कहीं बनी रही।
वर्ष-2020 में अफोर्डेबल हाउसिग की बात की जाए तो गुरुग्राम में यह उत्साहजनक नजर आया। केंद्र सरकार द्वारा वर्ष-2022 तक सभी के लिए आवास की जो घोषणा की गई है, उस दिशा में भी तेजी से कदम बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर को लेकर भी प्रगति हो रही है। रुके हुए रिहायशी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए जो केंद्र सरकार जो सुविधाएं व सहूलियत प्रदान की गई हैं, उसका भी सकारात्मक असर दिखा। आवंटियों और बिल्डरों के बीच विवाद के समाधान की दिशा में हरियाणा भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण की ओर से ठोस निर्णय लिए जा रहे हैं। इससे आवंटियों के साथ धोखाधड़ी करने वालों पर अंकुश लग रहा है। वहीं बिल्डर और आवंटियों के बीच के विवाद को आपसी सहमति से सुलझाने को लेकर मीडिएशन फोरम का गठन हरेरा, गुरुग्राम द्वारा किया गया।
बिल्डरों व डेवलपर्स का कहना है कि वर्ष-2020 आवासीय क्षेत्र के लिए विकट समय लेकर आया। इसके बावजूद यह क्षेत्र शांत नहीं रहा। अफोर्डेबल हाउसिग क्षेत्र की गतिशीलता कहीं न कहीं बनी रही। गुरुग्राम में कोविड काल में भी अफोर्डेबल हाउसिग की कई योजनाएं परवान चढ़ी हैं और आवंटियों को उनके घरों की चाबी सौंपी गई। केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रियल एस्टेट के अटके प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए जो 25,000 करोड़ रुपये के फंड की पिछले साल की गई थी, उसका वर्ष 2020 में सदुपयोग हुआ। वहीं आत्मनिर्भर भारत पैकेज 3.0 तहत आवासीय क्षेत्र के लिए 12 नए राहत उपायों की घोषणा फायदेमंद साबित हुई। नवरात्र से लेकर दीपावली तक के त्योहारी सीजन ने आवासीय क्षेत्र को जो गति दी, उससे इस क्षेत्र को बड़ी राहत मिली। बड़ी संख्या में लोगों ने अपने लिए घरों की बुकिग की। कोविड-19 संकट काल में आवंटियों का भरोसा आवासीय क्षेत्र पर बढ़ा। सिग्नेचर ग्लोबल सुपरबेरिया सेक्टर 95 और द मिलेनिया 3 सेक्टर-37डी में 2,383 इकाइयों के साथ मेगा प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की है। जो 645 करोड़ की है।
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श्रमिक आवास को लेकर आगे नहीं बढ़ी बात गुरुग्राम के आइएमटी मानेसर एवं उद्योग विहार औद्योगिक क्षेत्र में श्रमिकों के लिए आवास बनाने की मांग लंबे समय से चल रही है। इसे लेकर वर्ष 2020 में भी कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। उद्योग जगत से जुड़़े लोगों का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिकों के लिए आवास की सुविधा अत्यंत आवश्यक है।
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वर्ष 2020 में कोविड-19 के कारण आवासीय क्षेत्र को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। इसके बावजूद यदि अफोर्डेबल हाउसिग की बता की जाए तो स्थिति बेहतर रही। कोरोना महामारी के कारण बड़ी संख्या में लोगों को यह बात समझ में आई है कि उनका अपना घर होना चाहिए। यही वजह रही है कि संकटकाल में लोगों ने घरों की खरीद के प्रति काफी सकारात्मक रुझान दिखाया। इससे आने वाले साल में भी आवासीय क्षेत्र में डिमांड बेहतर रहने की उम्मीद है।
-प्रदीप अग्रवाल, चेयरमैन, सिग्नेचर ग्लोबल
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वर्ष-2020 वास्तव में एक सीखने वाला साल रहा। आवासीय क्षेत्र में इस साल क्या स्थिति रही, यदि इस पर ²ष्टिपात किया जाए गति धीमी रही। फिर भी आवासीय क्षेत्र की मजबूती बनी रही। लाकडाउन के दौरान जहां लोगों के बीच की शारीरिक दूरी बन गई थी, उस दौरान भी घर खरीदारों और रियल एस्टेट के बीच दूरी अधिक नहीं रही। वर्चुअल प्लेटफार्म के जरिए करोबार चलता रह। अनलक होने के बाद स्थिति धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा। कुल मिलाकर आवासीय क्षेत्र के लिए यह वर्ष मिलाजुला रहा।
-नागाराजू रौथु, सीईओ, हीरो रियल्टी
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2020 की प्रमुख अफोर्डेबल रिहायशी परियोजनाएं
- सिग्नेचर ग्लोबल मिलेनिया 3, सेक्टर-37डी
- माहिरा होम्स, सेक्टर-63ए
- ओएसबी द वेनेशियन, सेक्टर-70
- माहिरा मोम्स, सेक्टर-95
- एवीएल सेक्टर-36ए
- महिद्रा होम्स सेक्टर-103
- जीएलएस साउथ अवेन्यू सेक्टर-92
- पीरामिड मिडटाउन, सेक्टर-59
- सिग्नेचर ग्लोबल प्रोसिमा सेक्टर-89
- एमआरजी वर्ल्ड अल्टिमा सेक्टर-90