इस महीने उद्योगों को कच्चे माल की दिक्कत नहीं
चीन सहित दुनिया के सौ से अधिक देशों के कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद से औद्योगिक आयात-निर्यात चेन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: चीन सहित दुनिया के सौ से अधिक देशों के कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद से औद्योगिक आयात-निर्यात श्रृंखला काफी प्रभावित हुई है। ऑटोमोबाइल से लेकर गारमेंट इंडस्ट्री से संबंधित उद्यमी भविष्य में कच्चे माल को लेकर परेशान हैं। इनका कहना है कि फिलहाल इस माह के दौरान कच्चे माल को लेकर दिक्कत नहीं होने वाली है, क्योंकि अभी स्टॉक मौजूद है। लेकिन अगर अप्रैल तक स्थिति नहीं सुधरी, तो कच्चे माल की कमी से औद्योगिक कामकाज पूरी तरह से ठप हो सकता है।
चीन से आयात होने वाले कच्चे माल का कुछ विकल्प देश के अंदर ही है, जिसका लाभ लिया जा रहा है। वहीं विभिन्न औद्योगिक उत्पादों का निर्यात करने वालों का कहना है कि औद्योगिक उत्पादों के निर्यात को लेकर अभी अधिक परेशानी नहीं है, पर थोड़ी कमी जरूर आई है। इसकी भरपाई के लिए उद्यमियों द्वारा घरेलू ऑर्डर लेने की प्रक्रिया तेज है। उद्योगों के पास काफी सरकारी ऑर्डर हैं। उद्यमियों का कहना है कि स्थानीय मांग के कारण उद्योगों में कामकाज चल रहा है।
बकौल उद्यमी मनोज जैन, मार्च या अप्रैल के पहले सप्ताह तक के लिए औद्योगिक इकाइयों में पास कच्चे माल का स्टॉक है। अप्रैल के मध्य तक कोरोना संकट के नियंत्रित होने की उम्मीद है। यदि यह इसके बाद भी जारी रहा, तो इंडस्ट्री को काफी नुकसान होगा। हरियाणा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के चेयरमैन किशन कपूर ने कहा कि कोरोना से औद्योगिक वातावरण संकट में है। यदि जल्द नियंत्रित नहीं हुआ, तो आगामी समय में उद्योगों को हर स्तर पर परेशानी होगी।