Move to Jagran APP

हादसे की जांच डेढ़ माह बाद भी नहीं हुई पूरी

फॉल्ट सही करते समय करंट लगने से बुरी तरह से झुलसे बिजली निगम के कर्मचारी से जुड़ी जांच डेढ़ माह में भी पूरी नहीं हुई है। घायल कर्मी राजकुमार अभी भी बिस्तर पर है वहीं हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारी का नाम सामने नहीं आया है। इस बात से बिजली निगम के कर्मचारी गुस्से में हैं। उनका आरोप है कि जांच जानबूझकर लटकाई जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 06:30 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 06:30 PM (IST)
हादसे की जांच डेढ़ माह बाद भी नहीं हुई पूरी
हादसे की जांच डेढ़ माह बाद भी नहीं हुई पूरी

संवाद सहयोगी, बादशाहपुर: फॉल्ट सही करते समय करंट लगने से बुरी तरह से झुलसे बिजली निगम के कर्मचारी से जुड़ी जांच डेढ़ माह में भी पूरी नहीं हुई है। घायल कर्मी राजकुमार अभी भी बिस्तर पर है वहीं हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारी का नाम सामने नहीं आया है। इस बात से बिजली निगम के कर्मचारी गुस्से में हैं। उनका आरोप है कि जांच जानबूझकर लटकाई जा रही है।

loksabha election banner

23 जुलाई को बादशाहपुर उपमंडल से घामडौज गांव को जाने वाली बिजली लाइन में फॉल्ट आ गया था। राजकुमार ने सही करने के लिए उस लाइन की बिजली बंद कराने के लिए जेई को फोन पर सूचना दी। जेई ने ओके किया तो लाइनमैन पोल पर चढ़ गया। उसे लगा की बिजली आपूर्ति रोक दी गई जबकि बिजली प्रवाह जारी था। जैसे ही उसने तार में हाथ लगाया करंट लगा और वह पोल से नीचे गिर गया गया था। अभी भी वह चलने के लायक नहीं है। हादसे की प्राथमिक जांच शुरु की गई तो पता लगा कि लाइनमैन ने जेई को लाइन बंद करने के लिए फोन किया था। जेई से निगम ने इस बारे में जवाब मांगा तो उसने कहा कि लाइनमैन ने घामडौज फीडर बंद करने के लिए नही कहा था। उसने तो नयागांव फीडर बंद करने का कहा था। सूत्रों के मुताबिक जब जांच की गई तो हादसे के समय सुबह 11 बजकर पांच मिनट पर नयागांव फीडर भी चालू पाया गया। इतनी बड़ी के लिए कौन जिम्मेदार है। इसके लिए जांच शुरु कर दी गई मगर अब जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है। अधिकारी एक दूसरे को बचाने के चक्कर में जांच को दबा लेते है। अगर जांच पूरी होकर अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए तो हर अधिकारी अपनी डयूटी में सावधानी बरतेगा। कर्मचारियों के साथ होने वाले हादसों में कमी आएगी।

रविंद्र यादव, प्रधान, बिजली कर्मचारी यूनियन इस मामले की जांच कार्यकारी अभियंता सोहना के पास है। पूरी रिपोर्ट लेकर इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ तुरंत चार्जशीट की जाएगी। किसी भी लापरवाह अधिकारी को छोड़ा नहीं जाएगा।

केसी अग्रवाल, एसई, बिजली निगम, गुरुग्राम सर्कल-2


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.