Move to Jagran APP

गोल्ड कोस्ट में हरियाणा के दो कुश्ती जजों ने किया देश का नाम रोशन

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: खेलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी गेम में भारतीय को रेफरी य

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Apr 2018 08:27 PM (IST)Updated: Sun, 15 Apr 2018 08:27 PM (IST)
गोल्ड कोस्ट में हरियाणा के दो कुश्ती जजों ने किया देश का नाम रोशन
गोल्ड कोस्ट में हरियाणा के दो कुश्ती जजों ने किया देश का नाम रोशन

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: खेलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी गेम में भारतीय को रेफरी या जज बनने का मौका बहुत ही कम मिला है, मगर इस बार गोल्ड कोस्ट में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में देश के दो रेफरी ने कुश्ती मुकाबलों में रेफरी की भूमिका निभाई। ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत के दो कुश्ती रेफरी को मेट-इंचार्ज बनाया गया।

loksabha election banner

गोल्ड कोस्ट में कुश्ती रेफरी बने दोनों हरियाणा के रहने वाले है। कुश्ती भारतीय कुश्ती संघ के कार्यालय सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा कि भारतीय कुश्ती जगत के दोनो दिग्गजों के कंधों पर गोल्ड कोस्ट में कुश्ती मुकाबलों को शानदार आयोजन जिम्मेदारी थी और दोनों कामयाब रहे। दोनों ही 1-एस कैटेगरी के रेफरी है और अशोक भनवाला भारत के एक मात्र ऐसे रेफरी है जिन्होंने रियो ओलंपिक 2016 में रेफरी की जिम्मेदारी मिली थी।

इंडियन एयर फोर्स रेस¨लग ऑफिसर के पद पर कार्यरत अशोक भनवाला जिला सोनीपत के गांव कासंधी के रहने वाले है, जबकि दूसरे रेफरी सत्यदेव मलिक जिला रोहतक के गांव मोखरा के रहने वाले है। विनोद ने कहा कि आम लोग इस संबंध में कम ही जानते है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह जिम्मेदारी मिलना इतना आसान नहीं इसके लिए दर्जनों लिखित व मौखिक परीक्षा से गुजरने के साथ रेफरी के फैसले की क्वालिटी देखी जाती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.