शियान में विश्व रैंकिग नहीं, अच्छी तैयारी जीत दिलाएगी : बजरंग
दुनिया का नंबर एक पहलवान चीन में जीत हासिल करना बड़ी चुनौती मानता है। मंगलवार से चीन के (शियान) शहर में एशियन कुश्ती चैंपियनशिप 2019 के मुकाबले शुरू हो रहे हैं और भारत समेत एशियाई देशों के स्टार पहलवान पहुंच रहे हैं। 65 किग्रा वर्ग में भारत के पहलवान बजरंग पुनिया स्वर्ण पदक का दावा पेश करेंगे। भारत के इस पहलवान का कहना है कि जितनी बड़ी रैंकिग है उतने बड़े मुकाबले भी है। बजरंग पुनिया ने दैनिक जागरण के संवाददाता अनिल भारद्वाज से शियान के मुकाबलों को लेकर खास बातचीत की। ---------- . वर्ष 201
दुनिया के नंबर एक पहलवान बजरंग पुनिया चीन में जीत हासिल करने को बड़ी चुनौती मान रहे हैं। मंगलवार से चीन के शियान शहर में एशियन कुश्ती चैंपियनशिप 2019 के मुकाबले शुरू हो रहे हैं और भारत समेत एशियाई देशों के स्टार पहलवान पहुंच रहे हैं। 65 किग्रा वर्ग में भारत के पहलवान बजरंग पुनिया स्वर्ण पदक का दावा पेश करेंगे। भारत के इस पहलवान का कहना है कि जितनी बड़ी रैंकिग हैं, उतने बड़े मुकाबले भी है। बजरंग पुनिया ने दैनिक जागरण संवाददाता अनिल भारद्वाज से शियान के मुकाबलों को लेकर खास बातचीत की। . वर्ष 2018 में आपको विश्व का नंबर वन पहलवान होने का खिताब मिला और अभी चार दिन पहले 2019 का दुनिया का नंबर वन पहलवान का खिताब मिला है। शियान में कितना लाभ मिलेगा।
- रैंकिग गर्व महसूस करने का एक शब्द है। इसके सहारे जीत दर्ज नहीं की जा सकती। जीत दर्ज करने के लिए आपको अखाड़े में प्रतिद्वंदी को हराना ही होगा। आपको क्या लगता है कि रैंकिग में नंबर 2, 3, 4, 5, 6 पर हैं वह आपसे आसानी से हार जाएंगे? आपकी छोटी सी चूक पर आपको हार मिलेगी। मैं किसी भी चैंपियनशिप को हलके में नहीं लेता हूं और हर चैंपियनशिप के लिए कड़ी मेहनत करता हूं, ताकि देश के लिए पदक जीत सकूं। - तो, माना जाए कि शियान में मुकाबले आपके लिए आसान नहीं है।
- बिल्कुल कोई भी मुकाबला आसान नहीं है। आप इस चैंपियनशिप के लिए क्या सोच रहे हैं मुझे नहीं पता, लेकिन इतना याद रखिए कि इस चैंपियनशिप में दुनिया के वह पहलवान पहुंच रहे हैं जो ओलंपिक व विश्व चैंपियनशिप में पदक के मुख्य दावेदार होते हैं। क्योंकि दुनिया के बेहतर पहलवान एशिया देशों में ज्यादा हैं। इस लिए एशिया स्तर की चैंपियनशिप को छोटी समझने की गलती ना करे। मेरा पहला ही मुकाबला दुनिया के बेहतर पहलवान के साथ शुरू होगा और अच्छे पहलवानों की लंबी कतार है जो फाइनल तक मिलेंगे। - शियान में कौन से देश हैं जिनके पहलवान दुनिया के नंबर वन पहलवान को टक्कर देने की हिम्मत रखते हैं।
- (हंसते हुए) देखिए विश्व रैंकिग जीत नहीं दिला सकती। उसके लिए मेहनत करनी होगी और आपके नंबर वन पहलवान को शियान में टक्कर देने के लिए चीन, जापान, ईरान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाखिस्तान के पहलवान पहुंच रहे हैं। - पिछले वर्ष आपको खेल रत्न अवॉर्ड नहीं मिला था। आप नाराज थे, क्या इस बार आवेदन करेंगे।
- बिल्कुल मेरा और अन्य खिलाड़ियों का आवेदन करने का हक है। रही बात नाराज होने की, तो यह बात पुरानी है और मैं इससे बहुत आगे निकल गया। इस बार भी खेल रत्न अवॉर्ड लेने के लिए, मैं अपना दावा बेहतर तरीके से रखूंगा।