प्रदूषण: जहरीली हवा ने इंसानों से लेकर प¨रदों तक किया परेशान
जिस तरह से हर रोज जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है उससे साफ है अब जल्द राहत मिलने वाली नहीं है। सोमवार को एक बार फिर वायु प्रदूषण 455 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर वायु प्रदूषण दर्ज किया गया। जहरीली हवा से राहत दिलाने के लिए प्रशासन की तरफ से भी कोई ठोस कदम उठते नहीं दिख रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के पूर्व निदेशक डॉ. एसएस दलाल का कहना है कि जहरीली हवा से इंसान से लेकर पक्षियों तक नुकसान पहुंचा रही है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिस तरह से हर रोज जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है उससे साफ है अब जल्द राहत मिलने वाली नहीं है। सोमवार को एक बार फिर वायु प्रदूषण 455 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर वायु प्रदूषण दर्ज किया गया। जहरीली हवा से राहत दिलाने के लिए प्रशासन की तरफ से भी कोई ठोस कदम उठाए जाते नहीं दिख रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के पूर्व निदेशक डॉ. एसएस दलाल का कहना है कि जहरीली हवा से इंसान से लेकर पक्षियों तक नुकसान पहुंचा रही है। डॉ. दलाल ने कहा कि लोगों को आंखों में और दमा मरीजों को अभी असर दिखने लग जाएगा लेकिन जो स्वस्थ हैं उन्हें जहरीली हवा का नुकसान बाद में दिखाई देगा। वन्य जीव विशेषज्ञ अनिल गंडास ने बताया कि चार पक्षी उन्हें बीमार मिले जिन्हें पक्षी अस्पताल पहुंचाया। एक तोते को तो दिखाई नहीं दे रहा था। संभवत सभी हवा जहरीली होने से बीमार हुए हैं।
दरअसल शहर में अक्टूबर माह की शुरुआत से लेकर अभी तक शहर में वायु प्रदूषण का कहर जारी है और अभी कोई राहत मिलने की आशा नहीं दिख रही। लोगों को स्वास्थ्य संबधित कई परेशानी बढ़ रही है। 8 अक्टूबर से लेकर 11 नवंबर तक सिर्फ एक दिन ऐसा रहा है जिसमें वायु प्रदूषण का स्तर कम हुआ था। 4 नवंबर को 68 पीएम 2.5 दर्ज किया गया था। इस के अलावा अन्य दिनों में 400 पीएम 2.5 या इस से ज्यादा वायु प्रदूषण दर्ज किया जा रहा है। जबकि पीएम 2.5 प्रदूषण 50 ज्यादा वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
राहत देने के लिए कदम: इमरजेंसी में शहर में राहत देने के लिए कुछ दिनों के लिए डीजल ऑटो बंद कर दिए जाने चाहिए। शहर की सड़कों को पार्किंग व रेहड़ी वालों का कब्जा ना होने दे। अगर कुछ दिन इन्हीं दो मुख्य कारणों पर ध्यान दे दिया गया, तो शहर में प्रदूषण से राहत मिलेगी।