गीता में निहित है विश्व की सभी समस्याओं का हल: मनोहर लाल
'श्रीमछ्वागवत गीता व्यक्ति को जीवन में सही निर्णय लेने में मदद करती है। जब व्यक्ति के निर्णय सही होते हैं तभी परिणाम भी सही मिलते हैं। आज दुनिया में जिस तरह से मूल्यों का क्षरण हुआ है ऐसे समय में पूरी मानवता को मजबूत व सशक्त बनाने के लिए विश्व के प्रत्येक व्यक्ति के लिए गीता का अध्ययन जरूरी है। गीता में विश्व की सभी समस्याओं का हल निहित है।' यह कहना था मुख्यमंत्री मनोहर लाल का। वो रविवार को सेक्टर-44 स्थित अपैरल हाउस में आयोजित तीन दिवसीय गीता महोत्सव एवं जिला स्तरीय प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति को ¨जदा रखने व नई पीढ़ी तक संस्कृति व इसके दर्शन को पहुंचाने के लिए ही कुरुक्षेत्र में तीन वर्षों से अंतरराष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। साइबरसिटी वासियों को गीता जयंती की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि गीता के उपदेश से ही विश्व कल्याण व नव भारत का निर्माण संभव है।
जागरण संवाददाता, नया गुरुग्राम: श्रीमद्भगवद्गीता व्यक्ति को जीवन में सही निर्णय लेने में मदद करती है। जब व्यक्ति के निर्णय सही होते हैं तभी परिणाम भी सही मिलते हैं। यह कहना था मुख्यमंत्री मनोहर लाल का। मुख्यमंत्री रविवार को सेक्टर-44 स्थित अपैरल हाउस में आयोजित तीन दिवसीय गीता महोत्सव एवं जिला स्तरीय प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दुनिया में जिस तरह से मूल्यों का क्षरण हुआ है ऐसे समय में पूरी मानवता को मजबूत व सशक्त बनाने के लिए विश्व के प्रत्येक व्यक्ति के लिए गीता का अध्ययन जरूरी है। गीता में विश्व की सभी समस्याओं का हल निहित है।
मनोहर लाल ने कहा कि अपनी संस्कृति को ¨जदा रखने व नई पीढ़ी तक संस्कृति व इसके दर्शन को पहुंचाने के लिए ही कुरुक्षेत्र में तीन वर्षों से अंतरराष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। साइबर सिटी वासियों को गीता जयंती की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि गीता के उपदेश से ही विश्व कल्याण व नव भारत का निर्माण संभव है। भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की भूमि में अपनी दिव्य वाणी से दुनिया को यह संदेश दिया था। गीता के संदेश में सभी महान ग्रंथों का संदेश निहित है। अगर हम सभी गीता को आत्मसात कर लें तो हमारा देश शिक्षित और विकसित होने के साथ-साथ दोबारा विश्व गुरू बन सकता है।
आश्रम हरि मंदिर के संचालक स्वामी धर्मदेव ने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता हमें कर्म का संदेश देती है। देश के प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षित व जागृत कर ही देश को एक नई दिशा दी जा सकती है। गुरुग्राम महाभारत काल से ही आध्यात्मिक व शिक्षा का केंद्र है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया। यह निष्काम कर्म का एक ऐसा दर्शन है जो प्रत्येक प्राणी व राष्ट्र की उन्नति का आधार है। गीता का संदेश दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचे इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयास सराहनीय है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने परिसर में लगे विभिन्न स्टॉलों का भी अवलोकन किया। इस दौरान प्रदेश के लोक निर्माण व वन मंत्री राव नरबीर ¨सह, स्थानीय विधायक उमेश अग्रवाल, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर, मेयर मधु आजाद, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र ¨सह चौहान, जिला उपायुक्त विनय प्रताप ¨सह व पुलिस आयुक्त केके राव समेत कई नेता व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।