कैश कलेक्शन कर्मी से दिनदहाड़े लाखों की लूट
बेखौफ बदमाशों ने डीएलएफ फेज-दो इलाके में शनिवार दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे लूट की वारदात को अंजाम दिया। बाइक सवार तीन बदमाशों ने बेलवेडेरे टावर्स रैपिड मेट्रो के नजदीक कैश कलेक्ट करने वाली एक कंपनी के कर्मचारी को घेर लिया। जब तक वह कुछ समझते तब तक डंडे से हेलमेट और पैर पर चोट मार दी। इससे वह बाइक सहित गिर गए। गिरते ही बदमाश बैग लेकर चलते बने। उसमें 664413 रुपये के साथ ही उनका पर्स भी था।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम
बेखौफ बदमाशों ने डीएलएफ फेज-दो इलाके में शनिवार दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे लूट की वारदात को अंजाम दिया। बाइक सवार तीन बदमाशों ने बेलवेडेरे टावर्स रैपिड मेट्रो के नजदीक कैश कलेक्ट करने वाली एक कंपनी के कर्मचारी को घेर लिया। जब तक वह कुछ समझते तब तक डंडे से हेलमेट और पैर पर चोट मार दी। इससे वह बाइक सहित गिर गए। गिरते ही बदमाश बैग लेकर चलते बने। उसमें 6,64,413 रुपये के साथ ही उनका पर्स भी था। पर्स में दो हजार रुपये, आइडी कार्ड और एटीएम कार्ड सहित कई कागजात थे। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की सेक्टर-40 टीम ने आरोपितों की तलाश शुरू की और देर रात मामले में शामिल चार आरोपितों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया। इनमें से दो नाबालिग हैं। अन्य दो की पहचान उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के गांव छोटी नगरिया निवासी प्रशांत और बांदा जिले के गांव पालड़ा निवासी बीरु के रूम में की गई। दोनों गांव वजीराबाद में किराये के कमरे में रहते थे। प्रशांत को पलवल बार्डर के नजदीक से जबकि बीरु को वजीराबाद इलाके से गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से चार लाख आठ हजार रुपये, कपड़े, जूते, दो आइफोन और वारदात में प्रयोग की गई बाइक बरामद की गई है।
मूल रूप से राजस्थान निवासी विनोद कुमार सीएमएस इंफोटेक नाम की कैश कलेक्ट करने वाली कंपनी में कैश कलेक्ट करने का काम करते हैं। वह कैश कलेक्ट करने के बाद उसे जमा कराने उद्योग विहार स्थित कंपनी के कार्यालय में बाइक से जा रहे थे। बेलवेडेरे टावर्स रैपिड मेट्रो स्टेशन के नजदीक बाइक सवार तीन बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और डंडे से हमला कर उन्हें नीचे गिरा दिया। इसके बाद उनका बैग लेकर फरार हो गए। सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच की सेक्टर-40 टीम मौके पर पहुंची। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से बदमाशों की पहचान की गई और भागने के रूट का पता लगाया। इस तरह वारदात के कुछ ही घंटों के बाद चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया।
......
प्रशांत है वारदात का मास्टर माइंड प्रारंभिक पूछताछ के मुताबिक प्रशांत पहले एक्सप्रेस-बी नामक कंपनी में डिलीवरी मैन का काम करता था। उसने कंपनी में सात हजार रुपये का गबन किया था। तीन-चार दिन पहले ही उसने नौकरी छोड़ी थी। शिकायतकर्ता विनोद उसकी कंपनी से कैश कलेक्ट करके ले जाते थे। कैश कलेक्ट कहां-कहां किया जाता है, उसे पता था। प्रशांत ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की प्लानिग की थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपितों ने 35 हजार रुपयों के कपड़े और जूते खरीदे। 1,21,000 रुपये के दो आइफोन खरीदे। बता दें कि पिछले महीने 18 अप्रैल को सोहना रोड पर मारुति कंपनी के शोरूम के सामने कार सवार बदमाशों ने अंजाम दिया था। कैश कलेक्शन वैन से 96 लाख 32 हजार 931 रुपये लूटकर फरार हो गए थे।
.......
वारदात की सूचना सामने आते ही आरोपितों की पहचान करने से लेकर तलाश करने का काम शुरू कर दिया गया था। इससे कुछ ही घंटों के भीतर सफलता मिल गई। दो नाबालिग हैं। दोनों बालिग आरोपितों का आपराधिक इतिहास खंगाला जाएगा।
-प्रीतपाल, सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम), गुरुग्राम