आजादी के लिए प्राण न्योछावर करने वालों को मिले शहीद का दर्जा : परमानंद
देश की आजादी के लिए प्राण न्यौछावर करने वालों को शहीद का दर्जा मिला चाहिए। 99 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी महाशय परमानंद ने कहा कि शहीद भक्त सिंह राजगुरु सुखदेव के अलावा चंद्र शेखर आजाद और अनेक शहीदों को शहीद घोषित किया जाना चाहिए। आजादी मिलते ही यह काम हो जाना चाहिए था लेकिन देश की राजनीति ने शहीदों को सम्मान नहीं दिया। स्वतंत्रता सेनानी ने कहा कि देश की जनता ने मांग रखनी चाहिए उन तमाम शहीदों को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए जो भारतवर्ष की आजादी के लिए देश के अलग अलग हिस्से में शहीद हुए थे। बहुत शहीद ऐसे हैं जिन्हें देश के लोग जानते भी नहीं है लेकिन वहां के स्थानिय स्तर पर लोग जानते हैं कि उन्होंने देश के लिए अपना जीवन कु
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : 99 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी महाशय परमानंद ने कहा कि शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के अलावा चंद्रशेखर आजाद और अनेक शहीदों को शहीद घोषित किया जाना चाहिए। आजादी मिलते ही यह काम हो जाना चाहिए, मगर देश की राजनीति ने शहीदों को सम्मान नहीं दिया। बहुत शहीद ऐसे हैं जिन्हें देश के लोग जानते भी नहीं है लेकिन वहां के स्थानीय स्तर पर लोग जानते हैं कि उन्होंने देश के लिए अपना जीवन कुर्बान किया। सेनानी ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि आजादी की लड़ाई में शहीद हुए भारत माता के बेटों को शहीद का दर्जा दिया जाए।
स्वतंत्रता सेनानी सेक्टर 31 हाउसिग बोर्ड कॉलोनी में आयोजित शहीदी दिवस कार्यक्रम में शरीक हुए थे। इस मौके पर कर्नल मानसिंह भी मौजूद थे। बच्चों ने शहीदों की याद में देशभक्ति के गीत गाए और कविताएं सुनाई। आयोजक कमेटी के सदस्य आलोक जग्गी ने बताया कि हर वर्ष शहीदी दिवस मनाया जाता है। जिसमें बच्चों से लेकर हर कोई बढ़चढ़ कर भाग लेता है। इस मौके पर गौरव, पवन खन्ना, विजय लक्ष्मी दूबे, सुभाष चंद्र, स्वाति पोपली और अन्य बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। स्वास्थ्य जांच शिविर :
शहीदी दिवस के मौके पर स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया कि आर्टिमिस अस्पताल से डॉक्टर टीम आई थी और करीब 300 लोगों ने अपना स्वास्थ्य जांच कराया।