एसटीपी के शोधित पानी से लबालब होंगे तालाब
संदीप रतन गुरुग्राम सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के शोधित पानी से तालाबों को भरा जाएगा।
संदीप रतन, गुरुग्राम
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के शोधित पानी से तालाबों को भरा जाएगा। इसके लिए गुरुग्राम मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) ने तैयारी शुरू कर दी है। बहरामपुर स्थित एसटीपी से सकतपुर और गैरतपुर बास तक पाइप लाइन बिछाई जा रही है। इस लाइन के जरिये दोनों जगहों के तालाबों में शोधित पानी पहुंचेगा। लगातार गिर रहे भूजल स्तर को सुधारने के लिए सीवर के शोधित पानी के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। पार्को में भी सिचाई के लिए शोधित पानी का उपयोग किया जाएगा। 2020-21 के जीएमडीए के बजट में गैरतपुर बास और सकतपुर में तालाब बनाने और इसमें शोधित पानी भरने के लिए अनुमानित पांच करोड़ रुपये का बजट तय किया गया था। नौ अप्रैल को होने वाली जीएमडीए की मुख्य बैठक में इस प्रोजेक्ट की प्रगति पर भी चर्चा की जाएगी। जीएमडीए द्वारा सेक्टर-52 स्थित ताऊ देवीलाल बायोडायवर्सिटी पार्क और सेक्टर-38 के ताऊ देवीलाल खेल स्टेडियम में भी पेड़-पौधों की सिचाई एसटीपी के शोधित पानी से हो रही है।
अर्बन फारेस्ट की भी शोधित पानी से होगी सिंचाई : सिकंदरपुर और चकरपुर के अरावली क्षेत्र में 100 हेक्टेयर (250 एकड़) जमीन पर अर्बन फारेस्ट (नगर वन) प्रस्तावित है। अर्बन फारेस्ट में हरियाली बढ़ाने के लिए गुरुग्राम मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) द्वारा शोधित पानी की लाइन बिछाने आदि कार्यो पर लगभग 6.44 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
वर्जन
सकतपुर और गैरतपुर बास में शोधित पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाई जा रही है। सिकंदरपुर और चकरपुर के अरावली क्षेत्र में अर्बन फारेस्ट के लिए भी लाइन बिछाई जाएगी, ताकि पेड़-पौधों की सिचाई में शोधित पानी का इस्तेमाल हो सके।
-प्रदीप कुमार, मुख्य अभियंता जीएमडीए