40 करोड़ के टेंडरों पर बवाल, पार्षदों ने निगमायुक्त के साथ की बैठक
बरसाती नालों और सीवर सफाई के लिए नगर निगम की ओर से लगाए गए लगभग 40 करोड़ के टेंडरों के विरोध में पार्षदों ने निगमायुक्त विनय प्रताप सिंह से मुलाकात की।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: बरसाती नालों और सीवर सफाई के लिए नगर निगम की ओर से लगाए गए लगभग 40 करोड़ के टेंडरों के विरोध में पार्षदों ने निगमायुक्त विनय प्रताप सिंह से मुलाकात की। शुक्रवार को हुई इस बैठक में पार्षद आरएस राठी, ब्रह्म यादव और महेश दायमा सहित अन्य पार्षदों ने मानसून सीजन के लिए लगाए गए टेंडरों के संबंध में निगमायुक्त को अपने सुझाव दिए। पार्षद आरएस राठी का कहना है कि टेंडरों में सुपरसकर मशीन का एक दिन का किराया 40 हजार रुपये तय किया गया है, जबकि यह कार्य 17 से 19 हजार में हो सकता है। इसके अलावा वार्डों में नालों की सफाई के लिए प्रत्येक वार्ड में दस आदमी और एक ट्रैक्टर-ट्राली की ही जरूरत है। पार्षद इन टेंडरों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। ये हैं विरोध के कारण
पार्षदों का यह भी कहना है कि इतने कम समय में जो एस्टीमेट बनाए हैं, इनमें सभी नालों की सफाई करवाना संभव नहीं है। ऐसे में मौके पर वार्ड में जाकर एस्टीमेट बनाने चाहिए थे। एस्टीमेट तैयार करने के दौरान वार्ड पार्षदों से कोई सहमति नहीं ली गई। कहां जलभराव होता है, यह भी नहीं पूछा गया। खर्च करने की अनुमानित राशि किस आधार पर दिखाई गई है। वर्क अलॉट करने के बाद साइट पर काम को नहीं देखा जाता है, अधूरे कार्य का भी पूरा भुगतान किया जा रहा है। सीवर लाइनों की सफाई के लिए सुपर सकर और जेटिग मशीन के प्रतिदिन के हिसाब से चार्ज दिखाए गए हैं, जबकि लाइनों की लंबाई का आधार होना चाहिए। ड्रेनेज में ओपन व पाइपलाइनों की डिटेल नहीं दी गई है।