होम लोन की ब्याज दरों में कमी से रियल एस्टेट में तेजी की उम्मीद
होम लोन की दरों में बैंकों द्वारा की गई कमी से रियल एस्टेट क्षेत्र काफी उत्साहित है। उनका मानना है कि आने वाले दिनों में इसका काफी लाभ मिलेगा।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: होम लोन की ब्याज दरों में बैंकों द्वारा की गई कमी से रियल एस्टेट क्षेत्र काफी उत्साहित है। उनका मानना है कि आने वाले दिनों में इसका काफी लाभ मिलेगा। इस क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी काल में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रहने वालों को यह महसूस हुआ कि उनके सिर पर अपनी छत का होना बहुत जरूरी है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में लोग अपने घर के बारे में विचार करने लगे हैं। ऐसे लोगों की घरों के विषय में पूछताछ काफी तेज हुई है। यही बात रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित कर रही है। उनका कहना है कि ऐसे माहौल में बैंकों द्वारा होम लोन की ब्याज दरों को कम करना सोने पर सुहागा है।
देश के प्रमुख बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने अपना घर खरीदने की चाह रखने वालों के लिए होम लोन और सस्ता कर दिया है। बैंक ने अब होम लोन पर ब्याज की दर 7 फीसद सालाना कर दिया है। यह दरें एक जुलाई से प्रभावी भी हो चुकी हैं। वहीं महिलाओं को विशेष छूट देते हुए उनके लिए ब्याज दर 6.95 फीसद होगी। एचडीएफसी व अन्य बैंकों ने भी अपने होम लोन की दरों में अच्छी खासी कमी की है। रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट कम करने के बाद बैंकों ने यह दरें घटाई हैं। एसोचैम के नेशनल काउंसिल एस्टेट हाउसिग एंड अर्बन डेवलपमेंट के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि बैंकों द्वारा होम लोन की दरों में कमी करना सकारात्मक कदम है। इससे लोग रियल एस्टेट में खरीददारी के लिए प्रोत्साहित होंगे।
कम से कम 50 हजार रुपये मासिक कमाने वाले नौकरीपेशा लोग अपना घर लेने के बारे में सोच रहे हैं। लोन की ब्याज दर घटने से हाउसिग सेक्टर में तेजी आएगी। रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा का कहना है कि एसबीआइ व अन्य बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कमी की गई है। इससे लोगों पर ईएमआइ का बोझ कम होगा।