नए सिस्टम के लिए अपडेट किया जा रहा है भूमि रिकॉर्ड
रजिस्ट्री करने में फर्जीवाड़ा सामने आने पर अब सभी विभाग तेजी से जमीनों के रिकार्ड को ऑनलाइन सिस्टम से जोड़ने के लिए अपडेट करने में लगे हुए है।
गौरव सिगला, नया गुरुग्राम
रजिस्ट्री करने में फर्जीवाड़ा सामने आने पर अब सभी विभाग तेजी से भूमि रिकार्ड को ऑनलाइन सिस्टम से जोड़ने के लिए अपडेट करने में लगे हुए है। इसी दिशा में निदेशक टाउन प्लानिग, एचएसवीपी के प्रशासक व टाउन प्लानिग विभाग के डीटीपी के निर्देशों पर रिकार्ड अपडेट करने का काम तेजी से चल रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार अवैध कॉलोनियों में बिना एनओसी के हुई रजिस्ट्री का मामला गरमाने के बाद तहसीलदार या नायब तहसीलदारों पर हुई कार्रवाई से पूरा प्रशासन हिला हुआ है। नया साफ्टवेयर विकसित होने तक रजिस्ट्री पर प्रतिबंध लगा हुआ है। अब सभी विभाग इसी दिशा में तेजी से काम पर लगे हुए है।
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के प्रशासक जितेंद्र यादव ने बताया कि विभाग के जमीन अधिग्रहण अधिकारी (एलएओ) को निर्देश देकर एचएसवीपी की राजस्व ब्रांच के पटवारियों को तहसीलों में काम पर लगाया हुआ है जो कि राजस्व विभाग के पटवारियों के साथ मिलकर जमीनों का पूरा रिकार्ड ऑनलाइन अपडेट कर रहे है। तहसीलों में ही टीम को यूजर-आइडी पासवर्ड दिया गया है। ये टीमें आज तक विभाग की अवार्ड हुई जमीनों व अन्य किसी भी प्रकार की जमीनों के रिकार्ड को ऑनलाइन अपडेट कर रही हैं।
इसी प्रकार से टाउन एंड कंट्री प्लानिग के डीटीपी आरएस बाठ के निर्देशों पर विभाग में 8 टीमें टाउन प्लानिग के दायरे में आज तक हुए सीएलयू (लैंड यूज चेंज) को अपडेट करने का काम किया जा रहा है। लगभग 1000 से अधिक सीएलयू हैं, जिन्हें ऑनलाइन अपडेट किया जा रहा है। ऐसे ही टाउन प्लानिग निदेशक कार्यालय द्वारा आज तक विभाग द्वारा जारी किए गए लाइसेंसों को भी ऑनलाइन अपडेट किया जा रहा है। लाइसेंस की संख्या भी हजारों में है। हर विभाग से सीधा जुड़ेगा सिस्टम
जमीनों का रिकार्ड अपडेट करने से 7ए के अधीन आने वाले क्षेत्रों के कीले व खसरे नंबर सॉफ्टवेयर में अपडेट होंगे और रजिस्ट्री का आवेदन आते ही यदि एनओसी की जरूरत होगी तो फाइल सीधे डीटीपी के पास चली जाएगी। रजिस्ट्री में धांधली रोकने और पारदर्शिता लाने के लिए सारा रिकार्ड ऑनलाइन अपडेट करने का काम किया जा रहा है। रिकार्ड को अपडेट करने का दूसरा मुख्य उद्देश्य बिल्डरों पर बकाया राशि की रिकवरी करना भी होगा। रजिस्ट्री के समय सीधा पता चलेगा कि किस पर कितना बकाया है जिसकी रजिस्ट्री से पहले अदायगी करनी होगी।
केएम पांडुरंग, निदेशक टाउन प्लानिग