री-अपीयर फॉर्म न भरे जाने से विद्यार्थी परेशान
जिले के महिला महाविद्यालय सेक्टर-14 में री-अपीयर फॉर्म नहीं भरे जाने के कारण विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिले के महिला महाविद्यालय, सेक्टर-14 में री-अपीयर फॉर्म नहीं भरे जाने के कारण विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि उन्होंने कॉलेज में उन सभी सेमेस्टर की फीस जमा करवा दी थी जिनमें उनकी री-अपीयर थी, लेकिन कॉलेज द्वारा फीस जमा करवाने के कुछ दिन फोन आया कि उनका फॉर्म नहीं भरा गया है। विद्यार्थियों ने बताया कि यदि री-अपीयर फार्म नहीं भरा जाता है तो उनका एक साल खराब हो जाएगा और अगले साल री-अपीयर का पेपर देना पड़ेगा।
कॉलेज के नोडल ऑफिसर संदीप मान ने बताया कि कुछ तकनीकी कारणों के चलते यह समस्या हुई है। कॉलेज प्राचार्य और प्राध्यापक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय गए और कुलपति से इस मामले को लेकर बात की। उन्होंने बताया कि अब उन विद्यार्थियों के फॉर्म को ढूंढा जा रहा है जिनके फॉर्म विवि द्वारा रिजेक्ट कर दिए गए हैं या फिर जमा नहीं हो पाए हैं। इन सभी विद्यार्थियों का अब विवि के नियम अनुसार लेट फीस के साथ फॉर्म भरा जाएगा। कॉलेज प्राध्यापक इन फॉर्म को लेकर विवि जाएंगे और वहां से चालान जनरेट किए जाएंगे।
दरअसल, इस बार कॉलेज द्वारा विद्यार्थियों के समय की बचत और उनकी सहूलियत के लिए उनसे री-अपीयर फॉर्म की फीस ले ली गई थी और कॉलेज द्वारा ही बैंक में ऑनलाइन जमा करवाया गया था। अब फॉर्म न भरे जाने के कारण विद्यार्थी कॉलेज प्राध्यापकों को दोषी मान रहे हैं। बता दें कि कॉलेजों में स्नातक कोर्सों में पहले, तीसरे, पांचवे और छठे सेमेस्टर के री-अपीयर फॉर्म भरे गए हैं और स्नातकोत्तर कोर्सों के पहले, तीसरे और चौथे सेमेस्टर के फॉर्म भरे गए थे।