याद रहेगी पालम विहार की अंतिम राहगीरी
पालम विहार की सड़कों पर इस रविवार की राहगीरी में कई अद्भुत और मनोहारी नजारे दिखाई दिए। कहीं वाद्ययंत्रों की धुन पर थिरकतीं महिलाएं और बच्चे तो कहीं पर साइकि¨लग, वॉ¨कग और योग की विभिन्न मुद्राओं को करते लोग।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पालम विहार की सड़कों पर इस रविवार की राहगीरी में कई अद्भुत और मनोहारी नजारे दिखाई दिए। कहीं वाद्ययंत्रों की धुन पर थिरकतीं महिलाएं और बच्चे तो कहीं पर साइकि¨लग, वॉ¨कग और योग की विभिन्न मुद्राओं को करते लोग। ऐसा माहौल इसलिए था कि यह पालम विहार में इस सीजन की अंतिम राहगीरी थी।
लोग सुबह पांच बजे से ही राहगीरी स्थल पर पहुंच इस अंतिम राहगीरी को यादगार बनाने का प्रयास किया। लोगों ने कहा कि काश, यहां कुछ हफ्ते और राहगीरी होती तो काफी अच्छा रहता। फिर कब ऐसा माहौल मिलेगा कुछ पता नहीं। अब 10 जून से यह राहगीरी सेक्टर-56 में होगी। तीन जून को राहगीरी का आयोजन नहीं होगा।
राहगीरी रूट पर सुबह पांच से आठ बजे तक मस्ती का फुल डोज चला। साइकिलिंग, वॉ¨कग, र¨नग और योग सेशन के साथ-साथ विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं हुईं। लोगों का उत्साह उस समय दोगुना हो गया जब भांगड़ा और बॉलीवुड डांस का तड़का लगना शुरू हुआ। बड़ों से लेकर बच्चे तक खुशी से झूम उठे। मौज-मस्ती और मनोरंजन के साथ-साथ लोगों को विभिन्न सामाजिक मसलों पर जागरूक भी किया गया। पर्यावरण संरक्षण, पौधरोपण, महिला सुरक्षा और बेटी बचाओ का संदेश दिया गया। पर्यावरण प्रदूषण एवं भ्रष्टाचार के प्रति भी जागरूक करने का प्रयास किया गया। बच्चों ने कहा कि राहगीरी में आकर उन्हें देश और समाज के विकास के लिए बेहतर करने की भरपूर प्रेरणा मिली। सेक्टर-23 के छात्र मनीष धानी का कहना है कि पालम विहार में राहगीरी का बंद होना उन्हें काफी अखर रहा है। पालम विहार निवासी राजेश्वर राय का कहना है कि राहगीरी लोगों के आदत में शामिल हो गई है। इसके बिना अब मन नहीं लगेगा। पालम विहार में जब से राहगीरी शुरू हुई थी तब से इसके आसपास के सेक्टरों और गांवों के लोगों के लिए स्वस्थ्य मनोरंजन का एक बेहतर प्लेटफार्म मिल गया था। इसने लोगों को वैचारिक तौर से एक दूसरे से जोड़ने का काम किया। राहगीरी की शुरुआत वार्मअप सेशन हुई। इसके बाद जुंबा और भांगड़ा शुरू हुआ। इसके बाद बॉलीवुड डांस की प्रस्तुति हुई। जिसका लोगों ने लुत्फ उठाया। महिलाओं और युवतियों में आत्मरक्षा के गुरु सीखने की ललक सबसे अधिक दिखी।