औद्योगिक क्षेत्रों के लिए सार्वजनिक परिवहन की हो ठोस व्यवस्था
अपने गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के लिए देश ही नहीं दुनिया भर में नाम कमाने वाली साइबर सिटी की इंडस्ट्री को सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था का अभाव अब काफी कचोटने लगा है। उद्यमियों की मांग है कि प्रदेश सरकार औद्योगिक क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए शटल बस सर्विस शुरू करे। ऐसा होने से औद्योगिक विकास और कारोबारी सहूलियत को बल मिलेगा। गुरुग्राम में उद्योग विहार, मानेसर, पेस सिटी, सेक्टर-37 इंडस्ट्रियल एरिया व सेक्टर-34 बड़े औद्योगिक हब हैं। यहां स्थित औद्योगिक यूनिटों में पांच लाख से अधिक लोग काम करते हैं। इसके अलावा इन स्थानों पर आइटी, बीपीओ और मल्टीनेशनल कंपनियां भी हैं इनमें भी हजारों कार्यरत हैं।
यशलोक ¨सह, गुरुग्राम
अपने गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के लिए देश ही नहीं दुनिया भर में नाम कमाने वाली साइबर सिटी की इंडस्ट्री को सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था का अभाव अब काफी कचोटने लगा है। उद्यमियों की मांग है कि प्रदेश सरकार औद्योगिक क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए शटल बस सर्विस शुरू करे। ऐसा होने से औद्योगिक विकास और कारोबारी सहूलियत को बल मिलेगा। गुरुग्राम में उद्योग विहार, मानेसर, पेस सिटी, सेक्टर-37 इंडस्ट्रियल एरिया व सेक्टर-34 बड़े औद्योगिक हब हैं। यहां स्थित औद्योगिक यूनिटों में पांच लाख से अधिक लोग काम करते हैं। इसके अलावा इन स्थानों पर आइटी, बीपीओ और मल्टीनेशनल कंपनियां भी हैं इनमें भी हजारों कार्यरत हैं। इन सभी को सार्वजनिक परिवहन के अभाव में निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है। जिससे यातायात जाम और प्रदूषण की समस्या काफी बढ़ गई है।
उद्यमियों का मानना है कि यदि औद्योगिक क्षेत्रों को केंद्रित करते हुए सार्वजनिक परिवहन का इंतजाम कर दिया जाए तो लोगों को निजी वाहनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। उद्योग विहार के सभी पांच फेज में ढाई हजार से अधिक औद्योगिक, आइटी-बीपीओ एवं मल्टीनेशनल कंपनियां हैं। यहां काम करने के लिए दिल्ली से काफी लोग आते हैं। यह सभी मेट्रो से भी गुरुग्राम आ सकते हैं, वह महज इसलिए अपनी कारों व बाइक से आते हैं कि मेट्रो स्टेशन से इंडस्ट्रियल एरिया तक जाने के लिए सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था नहीं है। वहीं गुरुग्राम में रहने वालों को भी मानेसर, उद्योग विहार, पेस सिटी, सेक्टर-37 इंडस्ट्रियल क्षेत्र वह बहरामपुर औद्योगिक क्षेत्र तक जाने के लिए सार्वजनिक परिवहन नहीं है। ऑटो या सिटी बस का रूट ऐसा है कि वह औद्योगिक क्षेत्र के अंदर तक नहीं जाते हैं। औद्योगिक क्षेत्रों के लिए केंद्रित सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था अब जरूरी हो गया है। ऐसा नहीं होने से औद्योगिक सेहत प्रभावित होने लगी है। गुरुग्राम स्थित एक बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी यातायात जाम के कारण अपना प्लांट गुरुग्राम में कहीं और शिफ्ट करने का मन बना रही है। जेएन मंगला, अध्यक्ष गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन औद्योगिक क्षेत्र के लिए शटल बस सर्विस की शुरू करने की जरूरत है। उद्योग विहार, मानेसर, पेस सिटी सहित अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में पांच लाख से अधिक लोग काम करते हैं। इन सभी को निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है। अगर सरकार इंडस्ट्री को ध्यान में रखकर शटल बस सेवा शुरू करे तो यातायात जाम व प्रदूषण काफी हद तक नियंत्रित हो जाएगा।
विकास जैन, अध्यक्ष गुड़गांव चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री उद्योग विहार की बात की जाए तो यहां ट्रैफिक जाम बड़ी समस्या बनी हुई है। पार्किंग के अभाव में सड़कों के किनारे कारें व बाइक खड़ी रहती हैं, अगर इस क्षेत्र में इंडस्ट्री की टाइ¨मग को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक परिवहन सेवा शुरू हो तो काफी लाभ होगा। लोग निजी वाहनों को छोड़ इन वाहनों से आना-जाना करेंगे।
प्रवीण यादव, अध्यक्ष गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन